पटना : विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान बड़हरा के विधायक सरोज यादव और नौतन के विधायक नारायण साह ने विशेषाधिकार का मामला उठाया. इस मामले को लेकर सदस्यों में उत्तेजना देखी गयी और विपक्षी सदस्यों ने विशेषाधिकार का हनन करनेवाले पदाधिकारियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करने की मांग की. इस पर स्पीकर ने कहा कि यदि किसी सदस्य के खिलाफ विशेषाधिकार हनन हुआ है तो नियमानुसार आसन इसे देखेगा.
प्रश्न काल के दौरान उठा मुद्दा
प्रश्नकाल के दौरान भोजपुर जिला में शिक्षक नियोजन में हुई अनियमितता का मामला सरोज यादव ने उठाया. उन्होंने बताया कि भोजपुर जिला में आरा, बड़हरा, कोईलवर आदि प्रखंडों में शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है. जब यह मामला उन्होंने विधानसभा में उठाया तो जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा उनके साथ अभद्रता की गयी और मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी गयी. इस मामले को लेकर सदस्यों द्वारा आसन से विशेषाधिकार का मामला मानकर धमकी देनेवाले पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का मांग की गयी.
विपक्ष ने कहा मामला गंभीर है
भाजपा के नंद किशोर यादव ने कहा कि यह मामला गंभीर है. सदन में सवाल पूछने पर कोई अधिकारी सदस्य को धमकी देता है तो यह गंभीर मामला है. इसकी सर्वदलीय जांच करायी जाये. सदस्यों के जिज्ञासा को शांत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी सदस्य या सदन के विशेषाधिकार हनन हुआ है तो इसके लिए प्रक्रिया निर्धारित की गयी है. उस प्रक्रिया के तहत मामला आता है तो आसन इस मामले को देखेगा.
वेल में खड़े हुए विधायक
सदस्यों की उत्तेजना के बीच ही नौतन के विधायक नारायण प्रसाद वेल में आ खड़े हुए. उन्होंने पूर्व में दिये गये विशेषाधिकार के मामले पर आसन से जानकारी मांगी. उनके साथ देवरिया के थानेदार द्वारा बदसलूकी करने और थाना में ले जाकर वाहन की पूरी जांच करने और एसपी को सूचना देने के बाद भी कार्रवाई नहीं करने का मामला उठाया. इस पर आसन ने कहा कि इस मामले पर विचार करते हैं.