आंतरिक सुरक्षा सीआरपीएफ की जिम्मेवारी : आइजी

मोकामा: देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में बाधक बने तत्वों से सीआरपीएफ निबट रही है. देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था एक तरह से सीआरपीएफ की जिम्मेवारी है. सीआरपीएफ के अधिकारियों जवानों को इस बात का गर्व है कि जब भी देश के अंदर किसी अतिरिक्त बल की आवश्यकता होती है, तो सीआरपीएफ को याद किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:40 PM

मोकामा: देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में बाधक बने तत्वों से सीआरपीएफ निबट रही है. देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था एक तरह से सीआरपीएफ की जिम्मेवारी है. सीआरपीएफ के अधिकारियों जवानों को इस बात का गर्व है कि जब भी देश के अंदर किसी अतिरिक्त बल की आवश्यकता होती है, तो सीआरपीएफ को याद किया जाता है.

सीआरपीएफ की ताकत उसके जवान
सीआरपीएफ की ताकत इसके जवान हैं , जो हर परिस्थिति में कर्तव्य निभाने के लिए तैयार रहते हैं. उक्त बातें सीआरपीएफ के बिहार सेक्टर के आइजी विवेक सहाय ने मंगलवार को कहीं. आइजी श्री सहाय मोकामा के सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र में आरटीसी , राजगीर के जवानों के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले आइजी विवेक सहाय ने खुली जिप्सी पर सवार होकर जवानों के परेड का अवलोकन किया व सलामी ली. निरीक्षण के दौरान आरटीसी, राजगीर के कमांडेंट विनय कुमार सिंह भी साथ थे. परेड निरीक्षण के उपरांत निशान परेड की कार्रवाई की गयी.

इस दौरान जवानों ने तिरंगा व सीआरपीएफ ध्वज को साक्षी मान कर शपथ ली कि वे कर्तव्य के दौरान अपनी जान की बाजी लगाने से भी परहेज नहीं करेंगे. आइजी ने बेस्ट ऑल राउंडर के लिए संजय कुमार दास, सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजी के लिए रमेन नाथ, बेस्ट इनडोर के लिए विजय यादव व गोपाल राना को बेस्ट आउटडोर के लिए पुरस्कृत किया. धन्यवाद ज्ञापन डिप्टी कमांडेंट रवि प्रकाश ने किया. मौके पर डीआइजी राजकुमार, डिप्टी कमांडेंट रवि कुमार, टी. थोंगखन लाल, एएम पांडेय, ओंकार महतो आदि मौजूद थे. परेड कमांडर की भूमिका में सहायक कमांडेंट संजय कुमार थे. पासिंग आउट परेड के बाद जवानों ने कई कला कौशल दिखाये.

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