कानून से लोग डरें न कि उसकी धज्जियां उड़ाएं : संजय सिंह
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि कोई भी कानून इसलिए बनाया जाता कि उससे लोग डरें, ना कि उसकी धज्जियां उडायें. शराब की नई नीति भी इसी को देखते हुए बनायी गयी है कि लोगों अंदर इस बात का डर रहे कि यदि वो गलती से भी […]
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि कोई भी कानून इसलिए बनाया जाता कि उससे लोग डरें, ना कि उसकी धज्जियां उडायें. शराब की नई नीति भी इसी को देखते हुए बनायी गयी है कि लोगों अंदर इस बात का डर रहे कि यदि वो गलती से भी ये गलती करते हैं तो उन्हें सजा मिलेगी.
सुशील मोदी प्रशासन के काम को बेहतर तरीके से नहीं जानते है. वो बस किसी भी मुद्दे पर राजनीति करना जानते हैं. अब भी अगर कोई घर में शराब रखे हुए है, इसका मतलब वह कानून की धज्जियां उड़ा रहा है.
इसलिए ऐसा प्रावधान किया जा रहा है कि घर में शराब मिलने पर पति-पत्नी और उनके व्यस्क बच्चों को जिम्मेदार माना जायेगा. सदस्य को यह मौका रहेगा कि वह साबित कर दें कि इसमें वह दोषी नहीं हैं. आज महिलाएं सशक्त हुई हैं. वे अपने घर में शराब रखने की इजाजत कैसे दे सकती हैं? उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बिहार के वित्तमंत्री भी रहे हैं, उनको तो जानकारी होनी चाहिए कि किस परिस्थिति में टैक्स को बढ़ाया जाता है. बिहार में मूल्यवर्द्धित कर : वैट की दरों में बढ़ोतरी मात्र 0.5 फीसदी है. इस वजह से राज्य में मिठाई, ब्रांडेड कपड़ों, मेडिकल उपकरणों और
दूसरी वस्तुओं की कीमतों में थोड़ा इजाफा होगा. हालांकि, ये इजाफा बिहार के विकास के लिए जरूरी था.ये पैसा राज्य के विकास के लिए काफी जरूरी है. दरअसल अभी-अभी केंद्र सरकार ने सातवें वेतन आयोग को लागू किया है. अब इसे बिहार सरकार को भी इसे लागू करना होगा, जिसकी सिफारिशों की वजह से राज्य सरकार के खजाने पर 7.8 हजार करोड़ रुपये का अतिरक्ति बोझ पड़ेगा. वहीं, केंद्र सरकार ने केंद्र प्रायोजित योजनाओं में भी अपनी हिस्सेदारी घटा दी है, जिस कारण से बिहार सरकार को इन योजनाओं पर ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ रही है.