मसौढ़ी: बिहार में आपसी वर्चस्व को लेकर स्थानीय उपकारा में शनिवार की दोपहर दो गुट आपस में भिड़ गये, जिससे दोनों गुटों के डेढ़ दर्जन बंदी जख्मी हो गये. बाद में सैप के जवानों ने बल प्रयोग कर मामले को किसी तरह शांत कराया. इधर, घायल सात बंदियों के उपचार अनुमंडलीय अस्पताल में उपकारा प्रशासन ने गुपचुप तरीके से कराया ताकि इसकी भनक किसी को नहीं हो पाये.
जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर बंदियों की गिनती के बाद उनके भोजन का वक्त था. गौतम खंड के बंदी भोजन लाने जा रहे थे, जिन्हें महावीर खंड के बंदियों ने भोजन लेने से मना किया.
इसे लेकर दोनों खंडों के बंदियों के बीच विवाद बढ़ गया और दोनों गुटों के बंदियों पेड़ की टहनी व ब्लेड से आपस में मारपीट करने लगे. इससे दोनों गुटों के डेढ़ दर्जन कैदी जख्मी हो गये. घायल कैदियों में महावीर खंड के विनय सिंह, ज्योति कुमार, संतोष उर्फ निन्नी, दिलीप तिवारी, बिटू शर्मा, प्रिंस कुमार, गोलू, रामबालक प्रसाद, भोला सिंह, सुग्गा मांझी व मनीष शामिल हैं. दूसरे गुट गौतम खंड के गजेंद्र सिंह, मुन्ना मांझी, धर्मेंद्र यादव उर्फ यादव जी, लोहा सिंह, बबन कुमार, पिंकू कुमार व विद्यानंद शामिल हैं. इनमें महावीर खंड के विनय सिंह का हाथ टूट गया, जबकि ज्योति का हाथ ब्लेड से कट गया.
इधर , दोनों गुटों के बीच हो रही मारपीट को देख उपकारा प्रशासन ने पगली घंटी बजा दी. इसकी आवाज सुन उपकारा के बाहर रहे सैप के जवान उपकारा के अंदर घुस आये और बल प्रयोग कर उन्हें अलग किया. घायल बंदियों का आरोप था कि पुलिस के बल प्रयोग से कुछ कैदी घायल हो गये हैं. इधर, उपकारा अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने भोजन को लेकर हुए विवाद से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि वर्चस्व को लेकर दोनों गुटों के बीच मारपीट हुई है और पगली घंटी बजाने के बाद सैप जवानों ने हल्का बल प्रयोग कर मामले को शांत कराया. उन्होंने बताया कि इस मारपीट में चार-पांच बंदी मामूली रूप से घायल हुए हैं. इस बीच घायल विनय सिंह, ज्योति कुमार, गजेंद्र सिंह, मुन्ना मांझी, गोलू कुमार, संतोष कुमार उर्फ निन्नी सिंह व मनीष यादव को अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया. फिलहाल दोनों गुटों के बीच तनाव व्याप्त है और निकट भविष्य में उनके बीच टकराव से इनकार नहीं किया जा सकता.