दुआ मांग कर हज के जत्थे को लालू प्रसाद ने दी विदाई

पटना : आप खुदा के घर जा रहे हैं. यह कोई सफर नहीं है. आप खुदा के बुलाहट पर जा रहे हैं. उनकी इजाजत हुई है तब हाजी बन रहे हैं. आप जाइयेगा तो समाज में जो अशांति है, नफरत है, कड़वाहट है उसे दूर करने की दुआ मांगियेगा. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 7:40 AM
पटना : आप खुदा के घर जा रहे हैं. यह कोई सफर नहीं है. आप खुदा के बुलाहट पर जा रहे हैं. उनकी इजाजत हुई है तब हाजी बन रहे हैं. आप जाइयेगा तो समाज में जो अशांति है, नफरत है, कड़वाहट है उसे दूर करने की दुआ मांगियेगा. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हज के जत्थे को दुआ मांग कर विदा करने के पहले कई संदेश दिये. वे हज भवन में आयोजित समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं यहां कोई राजनीति के विषय पर या किसी पर टीका टिप्पणी करने नहीं आया हूं. कोई भी धर्म यह नहीं कहता कि किसी से नफरत करो. आप पाक होकर जा रहे हैं.
दुश्मनी को परे रखकर जा रहे हैं. कर्ज चुकाने के बाद जा रहे हैं. आप जब आइए तो बदलाव के दूत बनिये, वहां से आने के बाद आपको अपने शहर-गांव में प्रतिष्ठा मिलती है. लोग दुआ सलाम करते हैं. आपके जरिये खुद को हज का लाभ लेते हैं. आप समाज में सद्भाव के लिए काम करिये. मेरे लिए भी जमजम का पानी और खजूर प्रसाद के रूप में लेते आइयेगा.
लालू प्रसाद ने कहा कि जब वे यहां आते हैं तो उनका सीना चौड़ा हो जाता है. पहले एमएलए फ्लैट के बगल में टीने के शेड में जायरीन रहते थे. आप सबने ताकत दी तो आपके लिए काम किया. हज भवन बना. आपको सुविधाएं मिली. हम जो काम छोड़े तो नीतीश जी ने काम आगे बढ़ाया. इसके पहले स्वागत बिहार स्टेट हज कमेटी के चेयरमैन हाजी इलियास हुसैन ने किया. उन्होंने भी अपने व्यक्तव्य में आजमीने हज को दुआएं दी.
\

Next Article

Exit mobile version