कानपुर के घाटमपुर की सभा में बोले नीतीश, गायों को अपनी शाखाओं में रखे संघ

कानपुर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का एजेंडा लेकर यूपी चुनाव लड़ने की बात करते हुए शनिवार को यहां कहा कि गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करनेवाले इसे सड़क पर न छोड़ें. कानपुर से करीब 70 किमी दूर घाटमपुर में आयोजित जदयू के प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 7:44 AM
कानपुर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का एजेंडा लेकर यूपी चुनाव लड़ने की बात करते हुए शनिवार को यहां कहा कि गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करनेवाले इसे सड़क पर न छोड़ें. कानपुर से करीब 70 किमी दूर घाटमपुर में आयोजित जदयू के प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गायों और नीलगायों की रक्षा की बात करता है.

अगर गायों और नीलगायों से इतनी ही सहानुभूति रखते हैं, तो उन्हें संघ और भाजपा के नेता अपनी शाखाओं में रखें. इन्हें सड़कों पर न छोड़ें, जिससे कि यह परेशानी का कारण बने. उन्होंने दावा किया, संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं. भाजपा संघ का ही एक चेहरा है. जदयू कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के जूते का फोटो लें और उन्हें दिखा कर पूछें कि वे किस चमड़े के जूते पहने हुए हैं. गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि संघमुक्त देश बने.’

उन्होंने यूपी सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करें. प्रदेश का विधानसभा चुनाव तो जदयू रिहर्सल के तौर पर लड़ रहा है, हमारा मकसद यहां अपना आधार मजबूत करना है. यूपी में हमारी लड़ाई सपा और बसपा से नहीं, बल्कि भाजपा से है. हमारी नजर 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे. नीतीश ने कहा कि आजकल सोशल मीडिया का भी दुरुपयोग सांप्रदायिक शक्तियां कर रही है.

ऐसी सांप्रदायिक शक्तियों की साजिशों से देश और प्रदेश को बचाना है और सोशल मीडिया के भड़काने वालीबातों से बचना है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद जो शराब के आदी थे, वे भी सुधर गये है और अब सरकार के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं. बिहार में हमारी सरकार ने पीढ़ियों के भविष्य को संभालने का काम किया है और अब हर कोई हमारी सरकार के इस काम का सहयोग कर रहा है.

उन्होंने बिहार में विपक्षी भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पहले तो भाजपा शराबबंदी का समर्थन करती थी, लेकिन अब जब भी शराबबंदी पर कोई कानून हम विधानसभा में लाते हैं, तो वह सहयोग नहीं करती. उन्होंने कहा कि यूपी एक बड़ा प्रदेश है और दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर जाता है, इसलिए हम पहले अपने कार्यकर्ताओ को यूपी में मजबूत करेंगेे.

उसके बाद 2019 में जोरदार तरीके से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले जदयू नेता शरद यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा के वादों के बाद भी देश में रोजगारों में कमी नहीं आयी है और एक करोड़ 30 लाख बेरोजगार सड़क पर हर साल आते हैं. उन्हाेंने कहा कि यह कांवरिये जो इतनी बड़ी संख्या में सड़क पर आकर जल चढ़ाने जाते हैं वह भी देश में एक तरह से बढ़ती बेरोजगारी का ही सबूत है. अगर युवा बेरोजगार न होते, तो इतनी अधिक संख्या में कांवरिये जल चढ़ाने के लिए सड़कों पर नहीं उतरते. उनके इस बयान के विरोध में कानपुर के रामादेवी चौराहे पर शिवसेना ने शरद यादव का पुतला फूंका.

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