पटना : यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन यानी यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया. देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गिनी जाने वाली इस परीक्षा के लिए प्रशासनिक स्तर पर बड़ी तैयारी की गयी थी. इस परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया. पहली पाली का आयोजन जहां सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक किया गया वहीं दूसरी पाली का आयोजन दिन में 2.30 बजे से 4.30 बजे तक किया गया.
पहले व दूसरे दोनों पेपरों के लिए दो-दो घंटे की टाइम निर्धारित की गयी थी. पहले पेपर में दो सौ नंबरों वाले सौ प्रश्नों को पूछा गया. इस पेपर में तीन पर एक नंबर की निगेटिव मार्किंग थी वहीं दूसरे पेपर में 80 प्रश्न पूछे गये. इस पेपर में प्रति प्रश्न 2.50 नंबर निर्धारित थे. इस पेपर में भी प्रति तीन पर एक नंबर की निगेटिव मार्किंग थी.
चाणक्य आइएएस एकेडमी के निदेशक डॉक्टर कृष्णा सिंह ने बताया कि पूर्व वर्ष की भांति इस बार भी मल्टीपल ऑप्शन के प्रश्न ज्यादा पूछे गये है, जो स्टूडेंट्स के लिए कठिन होते है. साथ ही विभिन्न विषयों से संबंधित जो प्रश्नों की संख्या है उसमें भी कुछ परिवर्तन देखने को मिला. जैसे भारत के इतिहास और संस्कृति सेक्शन में भारतीय संस्कृति से ज्यादा प्रश्न उठाये गये हैं.
आधुनिक भारत से प्रश्नों की संख्या कम हुई है. कुल मिलकर 16 प्रश्न भारत के इतिहास और संस्कृति से पूछे गये. सबसे बड़ा परिवर्तन भूगोल के प्रश्नों में देखा गया जहां, सामान्य भूगोल से प्रश्नों की संख्या पूर्व वर्ष की तुलना में काफी कम रही खासकर यह अंतर भौतिक भूगोल के प्रश्नों में देखने को मिला. जो प्रश्न भूगोल से पूछे गये वे भी अद्यतन जानकारी से संबंधित ज्यादा प्रतीत होते है. पारिस्थितिक तंत्र, जैव विविधता से अच्छे खासे प्रश्न पहले की तरह पूछे गये हैं.
इकोनॉमी और करंट अफेयर्स से बड़े पैमाने पर लगभग 40 से 45 प्रश्न पूछे गये. साइंस व टेक्नोलॉजी सेक्शन से भी करंट संबंधित प्रश्न पूछे गये हैं. वहीं पॉलिटी सेक्शन से भी प्रश्नों की संख्या पहले से अपेक्षा कम पूछे गये. प्रश्नों की प्राकृति देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि यूपीएससी ने समकालीन घटना, व्यवस्था, नियम, सामाजिक एवं आर्थिक नियमों और परिवर्तनों से व्यापक पैमाने पर प्रश्न बनाया है. ऐसा लगता है कि सामान्य श्रेणी के स्टूडेंट्स के लिए कट ऑफ 110 से 120 नंबर के बीच रह सकता है.
एनसीइआरटी की किताबों से मिली मदद : एक्सपर्ट
वहीं एक और एक्सपर्ट डॉक्टर रहमान बताते हैं, वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने एनसीइआरटी की किताबों के साथ योजना जैसे पत्रिका से तैयारी किये होंगे उनको काफी लाभ मिलेगा. वहीं दूसरे पत्र के बारे में उन्होंने बताया कि मैथ व रिजनिंग काफी आसान रहे. सीसेट को क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को काफी लाभ मिल सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि जेनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए जहां कट ऑफ 125 तक जा सकता है वहीं ओबीसी के लिए यह कैटेगरी 120 से 125 तथा एससी कैटेगरी के लिए कटऑफ 95 से 100 तक जा सकता है.
परीक्षाथिर्यों ने कहा, पहले पेपर से बेहतर था दूसरा पेपर
– पेपर बढ़िया गया. यह मेरा पहला प्रयास था. पहले पेपर से बेहतर दूसरा पेपर था. जीके के प्रश्न ज्यादा भारी नहीं थे और इंगलिश भी आसान था. जो रेगुलर अपडेट हैं, उनकाे काफी फायदा मिलेगा.
तन्वी सिन्हा, राजाबाजार, पटना
– यह मेरा पहला प्रयास था. वैसे तो दोनों पेपर ठीक थे लेकिन पहले पेपर से ज्यादा आसान दूसरा पेपर रहा. जीके के प्रश्न के अलावा हिस्ट्री के प्रश्न ज्यादा टफ लगे.
मोनिका रंजन, हनुमान नगर, पटना
– करंट अफेयर्स के प्रश्न अलग थे. मल्टीपल ऑप्शन वाले प्रश्नों ने समय लिया. इसके अलावा इंगलिश के पैसेज ने भी समय लिया. सेकेंड पेपर ज्यादा आसान था. यह पहला प्रयास था.
शांतनु, फुलवारीशरीफ, पटना
– करंट अफेयर्स के प्रश्नों में सरकारी आंकड़ों से जुड़े प्रश्न ज्यादा पूछे गये. हिस्ट्री नॉर्मल था. इसके अलावा मैथ और रिजनिंग भी आसान रहे. यह मेरा अंतिम प्रयास था. ज्ञानेंद्र, इंद्रपुरी, पटना
चाणक्य अकादमी की ओर से जारी अनौपचारिक उत्तर कुंजी
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