पटना : बिहार में बाढ़ से पिछले 24 घंटे के दौरान हालांकि किसी की जान नहीं गयी है, पर प्रदेश में इसकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बाढ़ के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान किसी की जान नहीं गयी। बिहार में बाढ़ से कल तक कुल 95 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में बाढ़ के कारण प्रदेश के 14 जिलों पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सारण के 78 प्रखंडों के 2361 गांवों की 33 लाख आबादी प्रभावित हुई है जिनमें से 386449 लोग 464 सरकारी राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
अबतक 94 लोगों की मौत
बिहार में बाढ़ से मरने वाले लोगों में पूर्णिया में 28, अररिया में 21, कटिहार में 19, सुपौल में 8, किशनगंज में 5, मधेपुरा एवं गोपालगंज में 4-4, दरभंगा में 3 तथा मुजफ्फरपुर एवं सहरसा 1…1 व्यक्ति शामिल हैं. बिहार में बाढ़ से 2 लाख हेक्टेयर में लगी फसल की क्षति हुई है तथा 352 लाख रुपये के मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के आवाजाही के लिए कुल 1491 नाव :712 सरकारी देशी नाव एवं 779 निजी नाव: परिचालित की जा रही हैं.
राहत बचाव कार्य जारी
बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाके बाढ पीड़ितों के बीच राहत एवं बचाव कार्य के लिए सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा एवं पटना जिला के दीदारगंज में एनडीआरएफ की एक-एक टीम तथा खगड़िया, सीतामढ़ी, पूर्णिया, भागलपुर, मधुबनी और मधेपुरा में एसडीआरएफ की एक एक टीम की प्रतिनियुक्ति की गयी है तथा इससे बीमार पड़े लोगों के इलाज के लिए 228 मेडिकल टीमों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के बीच 221248 खाद्य सामग्री के पैकेट वितरित किए गए हैं. बिहार में गंगा नदी भागलपुर जिला के कहलगांव में, घाघरा नदी सिवान जिला के दरौली और गंगपुर सिसवन में, कोसी नदी कटिहार जिला के बलतारा एवं कुरसैला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.