संसद के मॉनसून सत्र का बनाया बहाना, बैठक टली

आज होनी थी पटना जिला पर्षद की पहली बैठक, अब अनिश्चितकाल के लिए बढ़ गयी तारीख पटना : क्या संसद के मॉनसून सत्र का चालू रहना स्थानीय निकाय की बैठक रद्द करने का बहाना हो सकता है? यदि आप सोचते हैं कि ऐसा नहीं होगा तो आप गलत हैं. पटना जिला पर्षद की मंगलवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2016 7:35 AM
आज होनी थी पटना जिला पर्षद की पहली बैठक, अब अनिश्चितकाल के लिए बढ़ गयी तारीख
पटना : क्या संसद के मॉनसून सत्र का चालू रहना स्थानीय निकाय की बैठक रद्द करने का बहाना हो सकता है? यदि आप सोचते हैं कि ऐसा नहीं होगा तो आप गलत हैं. पटना जिला पर्षद की मंगलवार को होने वाली पहली बैठक इस कारण रद्द कर दी गयी, क्योंकि अभी संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है. चयन के लगभग डेढ़ माह के बाद मंगलवार को नवनिर्वाचित पर्षद की बैठक तय की गयी थी, लेकिन अचानक रद्द कर दी गयी.
इसकी सूचना जब पार्षदों को मिली तो उनमें से कई ने पर्षद के पदाधिकारियों को फोन मिलाया. फोन पर उन्हें जानकारी दी गयी कि बैठक इस कारण रद्द हुई है कि अभी संसद का सत्र चल रहा है. अब बाद में बैठक की तारीख तय की जायेगी. कई पार्षदों ने इस बहाने पर रोष जताते हुए कहा कि ऐसा क्यों हो रहा है, भला यह कोई बहाना है जिस कारण बैठक रद्द कर दी जाये?
फरवरी में हुई थी अंतिम बैठक
जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होने के लगभग डेढ़ माह के बाद बैठक आयोजित होनी थी. 28 जून को जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदों पर नियुक्ति होने के बाद एक जुलाई को जिला परिषद अध्यक्ष अंजु देवी और उपाध्यक्ष ज्योति सोनी ने कार्यालय में पदभार ग्रहण किया था. मालूम हो कि इसके पूर्व जिला पर्षद की अंतिम बैठक फरवरी में हुई थी, जिसे लगभग पांच माह हो गये. जबकि नियमों के अनुसार कम से कम हर तीन माह पर बैठक बुलाये जाने का प्रावधान है.
अब तक नहीं समितियों का गठन
पहली बैठक में परिषद के कई महत्वपूर्ण काम को अागे बढ़ाने पर चर्चा होनी थी. इसमें बजट की कार्ययोजना बनाने से लेकर संसाधनों का पुनरुद्धार करने जैसे काम शामिल हैं. नयी समिति भी गठित की जानी थी, जो बजट बनाने को लेकर काम करती जिससे पता चल सकेगा कि परिषद किस प्रकार अपने आय के साधनों को बेहतर करेगी और खर्च कहां-कहां कर सकेगी?
साथ ही संसाधनों के पुनरुद्धार का बहुत पुराना मामला फंसा हुआ है, जो पिछला बोर्ड नहीं कर सका था.
नये जनप्रतिनिधियों ने चुने जाने के बाद कहा था कि वे इस दिशा में सबसे ज्यादा काम करने को लेकर उत्साहित हैं.

Next Article

Exit mobile version