शिव भक्ति में सराबोर शहर
पटना : ‘मंदार माला कुंताल काला, कपालमाला अंकित शेखराय दिव्यांबराय च दिगंबराय नम: शिवाय च नम: शिवाय:’ सोमवार को सुबह से ही पटना के विभिन्न मंदिरों में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कुछ इसी तरह का मंत्र जाप हो रहा था. शिवजी के भजन गूंज रहे थे. सावन की तीसरी सोमवारी पर लोग […]
पटना : ‘मंदार माला कुंताल काला, कपालमाला अंकित शेखराय दिव्यांबराय च दिगंबराय नम: शिवाय च नम: शिवाय:’ सोमवार को सुबह से ही पटना के विभिन्न मंदिरों में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कुछ इसी तरह का मंत्र जाप हो रहा था. शिवजी के भजन गूंज रहे थे.
सावन की तीसरी सोमवारी पर लोग शिव भक्ति में डूबे नजर आ रहे थे. सुबह से ही पटना जंकशन के पास स्थित महावीर मंदिर, बोरिंग रोड का शिव मंदिर, ठाकुरबाड़ी मंदिर राजापुर पुल, शिव मंदिर खाजपुरा, पंच मंदिर कंकड़बाग आदि मंदिरों में बेल पत्र और गंगा जल भगवान शिव पर चढ़ाये गये. शिव की सवारी नंदी के कान में भी भक्तों ने अपनी इच्छा कहीं. सावन का आगमन प्रतिपदा तिथि और उत्तर आषाढ़ नक्षत्र में होने के कारण वर्षों बाद शुभ संयोग बना है, जिसमें रोजगार, आय और कृषि क्षेत्र में वृद्धि जैसी बातें छुपी हुई हैं.
बीमारियों से छुटकारा दिलाने और कई ग्रह परिवर्तन के कारण नक्षत्रों का शुभ संयोग और खास हो गया है. वहीं, जंकशन के पास स्थित महावीर मंदिर में 47 रुद्राभिषेक कराये गये. जलेश्वर महादेव मंदिर कंकड़बाग में भी रुद्राभिषेक के साथ अन्य मंदिरों में भी विशेष पूजा संपन्न हुई.