पटना डेयरी प्रोजेक्ट के बाहर मजदूरों का धरना

फुलवारीशरीफ : मंगलवार को पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा के बाहर कामगार मजदूरों ने अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस से संबद्ध पटना डेयरी प्रोजेक्ट कामगार यूनियन के तत्वावधान में धरना दिया. कामगार अपनी विभिन्न मांगों को पूरा कराने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारी मजदूरों को संबोधित करते हुए बिहार राज्य कमेटी एटक के सचिव नारायण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2016 5:57 AM
फुलवारीशरीफ : मंगलवार को पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा के बाहर कामगार मजदूरों ने अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस से संबद्ध पटना डेयरी प्रोजेक्ट कामगार यूनियन के तत्वावधान में धरना दिया.
कामगार अपनी विभिन्न मांगों को पूरा कराने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारी मजदूरों को संबोधित करते हुए बिहार राज्य कमेटी एटक के सचिव नारायण पूर्वे ने कहा कि पटना डेयरी में ठेका श्रम कानून 1970 के तहत मिलनेवाली सुविधाओं से यहां के मजदूर वंचित हैं. इनमें कार्यस्थल पर विश्रामगृह, शौचालय,मूत्रालय, स्नानागार, कैंटीन, साप्ताहिक आकस्मिक अवकाश, उपार्जित अवकाश , पेंशन हेतु कर्मचारी भविष्य निधि संगठन व दुर्घटना मुआवजा इलाज दवा समेत अन्य शामिल हैं. इनके अलावा सभी कामगारों की हाजिरी बही , भुगतान परची, न्यूनतम मजदूरी की दर से भुगतान , वार्षिक बोनस, आठ घंटे से अधिक काम लिए जाने पर दोगुना मजदूरी की दर से भुगतान किये जाने आदि की मांग की गयी.
धरना को संबोधित करते महाचिव शिव शंकर पांडेय ने कहा कि श्रम कानून के तहत मिलतेवाली सभी सुविधाओं को पटना डेयरी प्रबंधन सभी कामगार मजदूरों को जल्द- से- जल्द मुहैया कराये अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जायेगा.
उपमहासचिव बिंदेश्वर सिंह ने कहा कि मजदूरों को सुधा की ओर से परिचयपत्र भी नहीं दिया जाता है. वर्षों से कार्यरत श्रमिकों को कुशल , अर्धशल व अतिकुशल श्रेणी का दर्जा भी नहीं मिला है.
धरना में बड़ी संख्या में कामगार मजदूर शामिल रहे. मजदूरों ने बताया कि पटना डेयरी प्रबंधन ने इस संबंध में कोई भी बातचीत करने से इनकार करते हुए तानाशाही का परिचय दिया.

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