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विकास ने एक करोड़ रुपये में बेच दी 8.56 करोड़ की कॉपी

कार्रवाई. पूछताछ में हुआ खुलासा, दो दुकानदार भी पकड़ाये विकास को एसआइटी दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले आयी है. उससे पूछताछ की गयी, जिसमें उसने कई खुलासे किये हैं. पटना : कोलकाता में पकड़े गये स्टोरकीपर व 8़.56 करोड़ की उत्तरपुस्तिका के गबन का आरोपित विकास को एसआइटी दो दिनों के ट्रांजिट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 6:31 AM
कार्रवाई. पूछताछ में हुआ खुलासा, दो दुकानदार भी पकड़ाये
विकास को एसआइटी दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले आयी है. उससे पूछताछ की गयी, जिसमें उसने कई खुलासे किये हैं.
पटना : कोलकाता में पकड़े गये स्टोरकीपर व 8़.56 करोड़ की उत्तरपुस्तिका के गबन का आरोपित विकास को एसआइटी दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले आयी है. सूत्रों के मुताबिक उसने पूछताछ के बाद पुलिस को बताया कि एक करोड़ में दानापुर व पीरबहोर के बिरला मंदिर रोड के कबाड़ी दुकानदार को उसने सारी उत्तरपुस्तिकाएं बेची थी.
जानकारी मिलते ही दानापुर के कबाड़ी दुकानदार गुड्डू गुप्ता उर्फ राजकिशोर व बिरला मंदिर रोड के कबाड़ी दुकानदार शंकर को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया हैं. दोनों ही कॉपी खरीदने से इनकार कर रहे हैं. पुलिस उनसे पूछताछ में लगी है. इधर बिंदिया इंटरप्राइजेज के संचालक को भी बुलाया गया. पुलिस सभी को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ कर रही है.
एक करोड़ से कोलकाता में खरीदी फ्लैट
विकास ने हाल ही में एक करोड़ की कोलकाता में फ्लैट खरीदी है. सूत्रों का कहना है कि उत्तरपुस्तिका को रद्दी के भाव में बेचने के बाद मिले पैसे से उसने यह फ्लैट खरीदी है. क्योंकि, उसके पास इतने पैसे अचानक कैसे आ गये. विकास ने हाल में ही एक नयी कार भी खरीदी थी. संभावना यह जतायी जा रही है कि यह भी उसने बिंदिया इंटरप्राइजेज से मिले चार लाख से खरीदी है. पकड़े जाने के डर विकास उसी कोलकाता वाले फ्लैट पर जा कर छुप गया था.
पूर्व सचिव का था करीबी : सूत्रों का कहना है कि विकास कुछ ही दिनों में बिहार बोर्ड में अपना दबदबा बनाने में सफल रहा था. वह पूर्व सचिव हरिहरनाथ झा का काफी करीबी था.
उसने जब नयी कार खरीदी थी, तो वह पूजा करने के लिए पूर्व सचिव को भी साथ ले गया था. पूर्व सचिव से निकटता के कारण बोर्ड में उसकी काफी चलती थी. सचिव के दम पर ही उसने बिंदिया इंटरप्राइजेज को उत्तरपुस्तिका का टेंडर दिलाने की गारंटी दे दी थी.
साथ ही कंपनी के लोग जब बिहार बोर्ड आते, तो उसका दबदबा व अधिकारियों से सांठ-गांठ देख कर उस पर काफी विश्वास करते थे. लेकिन, वह अंदर-ही-अंदर ऐसा काम कर रहा था, जो कंपनी के अधिकारी सपने में भी नहीं सोच सकते थे. पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने बिंदिया इंटरप्राइजेज के बजाये केसी इंटरप्राइजेज को पास कर दिया और विकास की योजना फेल हो गयी. इसके बाद उसने फर्जी कागजात बनाया और विंदिया इंटरप्राइजेज से साढ़े आठ करोड़ का कागज मंगवा लिया.
दिल में दर्द होने की कर रहा था शिकायत : सूत्रों के अनुसार पुलिस जब विकास से पूछताछ कर रही थी, तो वह चुप हो जा रहा था. वह पुलिस को यह भी बता रहा था कि उसे दिल में दर्द हो रहा है. अचानक ही विकास के शरीर में परेशानी बढ़ गयी थी.
विकास होगा निलंबित : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का स्टोरकीपर विकास का उत्तरपुस्तिका प्रिटिंग घोटाले में नाम आने के बाद अब उसके निलंबन की तैयारी शुरू कर दी गयी है. समिति एसआइटी के रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
एसआइटी से विकास के गिरफ्तार होने की लिखित सूचना मिलते ही स्टोरकीपर विकास को निलंबित कर दिया जायेगा. बोर्ड अध्यक्ष आइएएस आनंद किशोर ने बताया कि स्टोरकीपर विकास का निलंबन किया जाना निश्चित है. हम एसआइटी की सूचना का इंतजार कर रहे हैं.

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