जाली चलान के साथ बालू का उठाव
मनेर : सुअरमरवां, चौरासी दियारा स्थित बालू घाट पर पिछले कई दिनों से बालू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से बालू उत्खनन करने का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है. हर रोज नाविकों के द्वारा बालू घाट पर से बालू की निकासी कर नदी के रास्ते डोरीगंज, बख्तियारपुर व अन्य जगहों पर बेचने का कार्य […]
मनेर : सुअरमरवां, चौरासी दियारा स्थित बालू घाट पर पिछले कई दिनों से बालू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से बालू उत्खनन करने का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है.
हर रोज नाविकों के द्वारा बालू घाट पर से बालू की निकासी कर नदी के रास्ते डोरीगंज, बख्तियारपुर व अन्य जगहों पर बेचने का कार्य किया जा रहा है. इसके अलावा प्रतिबंध के बाद भी मनेर में माफियाओं की मिलीभगत से अवैध ढंग से ट्रैक्टर व ट्रक पर बालू जेसीबी तथा पोकलेन मशीन से लोडिंग करा कर जाली चलान उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसे लेकर आराम से ट्रैक्टर व ट्रकचालक बालू को पटना व अन्य जगहों पर बेच रहे हैं.
वहीं, प्रशासनिक रोक के बाद भी स्थानीय मनेर पुलिस अवैध बालू खनन कार्य को रोकने में असफल दिखाई पड़ रही है, जबकि पटना एसएसपी मनु महाराज ने पूर्णरूप् से अवैध बालू खनन को बंद कराने का का निर्देश स्थानीय थाने के थानेदारों को दिया था. एसएसपी के आदेश के बाद भी थानेदार अवैध बालू उत्खनन को रोक नहीं पा रहे हैं.
इसके चौकीदार व पुलिसकर्मियों के द्वारा घाटपर ड्यूटी नहीं करने के वजह से पकड़ी गयीं कई पोकलेन व जेसीबी मशीनों को उनके मालिक व चालक लेकर फरार हो गये हैं. ग्राामीणों का कहना है यहां से कि हर रोज करीब दस लाख रुपये से ज्यादा अवैध बालू कारोबार हो रहा है. सबसे ज्यादा सरकार के राजस्व को नुकसान हो रहा है.
बता दें कि एक सप्ताह पहले चौरासी, सुअरमरवां बालू घाटपर अवैध बालू खनन को लेकर हुये गैंगवार में फौजिया गुट के प्रमोद पांडेय नामक व्यक्ति की मौत हो गयी थी.