Inter Result Scam : कुछ कॉलेज हवा में, तो कुछ मिले गली-गैरेज में
लालकेश्वर के समय एफिलिएशन प्राप्त 213 में से 158 इंटर कॉलेजों की जांच पूरी पटना : पूर्व चैयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह के समय बिहार बोर्ड से संबद्धता प्राप्त इंटर कॉलेज कहां पर हैं, इन्हें खोजने में जांच टीम के पसीने छूट रहे हैं. कुछ कॉलेजों के नामोनिशान तक नहीं मिल रहे हैं. सब कुछ हवा […]
लालकेश्वर के समय एफिलिएशन प्राप्त 213 में से 158 इंटर कॉलेजों की जांच पूरी
पटना : पूर्व चैयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह के समय बिहार बोर्ड से संबद्धता प्राप्त इंटर कॉलेज कहां पर हैं, इन्हें खोजने में जांच टीम के पसीने छूट रहे हैं. कुछ कॉलेजों के नामोनिशान तक नहीं मिल रहे हैं. सब कुछ हवा में हैं. कुछ कॉलेजों तो किसी गली-मुहल्ले में चल रहे हैं या फिर गैरेज टाइप मकान में. इतना ही नहीं, बोर्ड की तरफ से जो पते दिये गये हैं, उन पतों पर इन कॉलेजों को ढूंढ़ने में तीन से चार दिन लग रहे हैं. आसपास के लोग भी ऐसे कॉलेजों से अनजान हैं.
इससे साफ है कि लालकेश्वर ने एफिलिएशन को रेवड़ी की तरह बांटा था. न मानक का ख्याल रखा गया और न ही भौतिक सत्यापन किया गया. बस रुपये ऐंठ लिये और संबद्धता दे दी. लालकेश्वर प्रसाद द्वारा दो सालों में 208 स्कूल- कॉलेजों को संबद्धता देने की बात अभी तक हो रही थी.
लेकिन, जांच के दौरान पता चला कि पांच और इंटर कॉलेज हैं, जिनको उन्होंने संबद्धता दी थी. ये कॉलेज अगल-अलग जिलों के हैं. इससे ऐसे स्कूल-कॉलेजों की संख्या अब 213 हो गयी है. 213 कॉलेजों में अब तक 158 कॉलेजों की जांच पूरी कर ली गयी है. इन कॉलेजों में कई तरह लालकेश्वर व हरिहर की शह पर हेराफेरी :
की अनियमितताएं पायी गयी हैं. लालकेश्वर ने सबसे ज्यादा गया जिले के इंटर कॉलेजों को संबद्धता दी थी. गया के ऐसे कॉलेजों की संख्या 32 है. इनमें से 31 की जांच हो चुकी है. दूसरा स्थान सारण जिले का है. सारण के 23 इंटर कॉलेजों में से 14 की जांच पूरी हो चुकी है. इसी तरह वैशाली के 21 कॉलेजों की जांच अभी की जानी है. वैशाली के कॉलेजों की जांच के लिए विशेष टीम लगायी जायेगी. नालंदा के चार इंटर कॉलेजों को संबद्धता पूर्व अध्यक्ष ने दी थी.
अगस्त तक चलेगी जांच प्रक्रिया : कॉलेजों की जांच 15 जुलाई से शुरू की गयी है. यह अगस्त के अंत तक पूरी हो जायेगी. जिन 158 इंटर कॉलेजों की जांच पूरी कर ली गयी है, उनकी रिपोर्ट बोर्ड के पास आ चुकी है. सभी रिपोर्टों को कंपाइल किया जा रहा है. 20 अगस्त तक इन कॉलेजों की रिपोर्ट तैयार कर ली जायेगी. रिपोर्ट तैयार होने के बाद इन कॉलेजों की संबद्धता पर निर्णय लिया जायेगा. कॉलेजों की जांच के लिए पांच लोगों की टीम बनायी गयी है. 38 जिलों के लिए अगल-अलग टीमें हैं. टीम द्वारा कॉलेज की विडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी करवायी जा रही है.
कोट
जांच िरपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
ऐसे-ऐसे भी कॉलेज
कई के पास पर्याप्त कमरे हैं ही नहीं, फाइल में चार कमरों को 20 बताया गया.
कई इंटर कॉलेजों के पास 10 शिक्षक भी नहीं हैं.
कई के पास एकमात्र कमरा मिला.
कई के केवल बोर्ड ही लगे मिले.
कुछ का अता-पता नहीं चला, बस कागज पर ही अस्तित्व.
कई कॉलेजों में न तो लैब है और न ही लाइब्रेरी.
कुछ के पास भवन है, तो उनके न शिक्षक हैं, न छात्र हैं.
जो कॉलेज मानक पूरा नहीं कर रहे हैं, उनकी संबद्धता निलंबित कर दी जायेगी. जिन जांच कमेटियों की रिपोर्ट पर इन्हें मान्यता दी गयी है, उन पर भी कार्रवाई की जायेगी.
अानंद किशोर, अध्यक्ष,
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति