बिहार से भेदभाव पर संसद में हंगामा

नयी दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को जदयू और सपा सदस्यों ने बिहार और यूपी को केंद्र से पर्याप्त राशि नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया. हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से पहले बाधित रही. जदयू नेता शरद यादव ने केंद्र सरकार पर बिहार के साथ भेदभाव करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2016 6:19 AM
नयी दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को जदयू और सपा सदस्यों ने बिहार और यूपी को केंद्र से पर्याप्त राशि नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया. हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से पहले बाधित रही. जदयू नेता शरद यादव ने केंद्र सरकार पर बिहार के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र से पैसा नहीं मिलने से कई काम बाधित हो रहे हैं.
इससे पहले, सुबह बैठक शुरू होते ही सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और मंत्रियों ने कई बार पत्र लिखे हैं कि राज्य को केंद्र द्वारा उसका अंश दिया जाये, लेकिन केंद्र राशि नहीं दे रहा है. उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है. सपा नेता ने कहा कि सरकार आश्वासन दे कि वह दो दिनों में प्रदेश को राशि दे देगी, अन्यथा सदन नहीं चल पायेगा.
इस दौरान सपा के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के बीच सदन 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी. एक बार के स्थगन के बाद बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा और सपा तथा जदयू के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करते रहे. हंगामे के दौरान ही कुरियन ने उन 15 सदस्यों के नाम लिए जिन्हें शून्य काल में लोक महत्व के अपने अपने मुद्दे उठाने थे.
कुरियन ने कहा कि वह उन सदस्यों से खेद जताते हैं जिन्हें शून्यकाल में अपने मुद्दे उठाने थे. बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे शुरू होते ही सपा सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे. सभापति की अपील का कोई असर नहीं हुआ और बैठक 12 बजकर 32 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी. तीसरी बार भी सपा सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे. लिहाजा सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. भोजनावकाश के बाद सदन में सामान्य ढंग से कामकाज हुआ.
शरद यादव और अली अनवर ने उठाया बिहार में बाढ़ का मुद्दा
जदयू के अली अनवर अंसारी ने कहा कि बिहार के कुल 38 में से 14 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और 33 लाख लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है. 2300 गांव पानी में डूब गये हैं और पांच लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में फसल बरबाद हो गयी है. अंसारी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिहार में जानबूझ कर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू नहीं कर रही है.

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