बड़ा खुलासा: हर कदम पर दलाल, हर माह 50 लाख की दलाली
पटना: जिला परिवहन कार्यालय दलालों का पनाहगार बन चुका है. यहां हर कदम पर दलाल सक्रिय हैं. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का गोरखधंधा नेक्सस बना कर किया जा रहा है. इस नेक्सस में अधिकारी व दफ्तर के कर्मी भी शामिल हैं. सूत्र बताते हैं कि हर दिन 150-200 आवेदनकर्ता एमवीआइ के दफ्तर पहुंचते हैं. इनमें 50 […]
पटना: जिला परिवहन कार्यालय दलालों का पनाहगार बन चुका है. यहां हर कदम पर दलाल सक्रिय हैं. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का गोरखधंधा नेक्सस बना कर किया जा रहा है. इस नेक्सस में अधिकारी व दफ्तर के कर्मी भी शामिल हैं. सूत्र बताते हैं कि हर दिन 150-200 आवेदनकर्ता एमवीआइ के दफ्तर पहुंचते हैं.
इनमें 50 से 70 लाइसेंस दलालों के जरिये जारी किये जा रहे हैं. फेल आवेदकों को अपने चंगुल में फांस कर दलाल दो-दो हजार की वसूली कर रहे हैं. इस तरह हर माह करीब 50 लाख रुपये की दलाली नेक्सस में शामिल लोग आपस में बांट रहे हैं. अथाह कमाई के इस धंधे को जारी रखने के लिए आवेदन की प्रक्रिया जटिल कर दी गयी है, ताकि दलालों का काम होता रहे.
फर्जी दस्तावेज बनाने का भी लिया जाता है ठेका : दलाली कमाने के लिए एमवीआइ संतोष कुमार सिंह फर्जी दस्तावेजों पर लाइसेंस दे हैं. दलाल के माध्यम से आये दस्तावेजों की भी जांच नहीं की जा रही है. दलाल आवेदकों को पकड़-पकड़ कर फर्जी दस्तावेज भी बनवाने का भी ठेका ले रहे हैं. रेजिडेंस सर्टिफिकेट, ब्लड टेस्ट, फिटनेस सब फर्जी बनाये जा रहे हैं. न आवेदकों का टेस्ट हो रहा है और न ही उन्हें सशरीर पेश होना पड़ रहा है.