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बिहार के सात जिलों में प्रवेश किया गंगा का पानी, बाढ़ से हालात नाजुक

पटना : बिहार में गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण पटना, बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, सारण, वैशाली एवं भागलपुर जिला के दियारा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर जाने की सूचना प्राप्त हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग से आज प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2016 9:39 PM

पटना : बिहार में गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण पटना, बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, सारण, वैशाली एवं भागलपुर जिला के दियारा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर जाने की सूचना प्राप्त हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग से आज प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण पटना, बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, सारण, वैशाली एवं भागलपुर जिला के दियारा :नदी के किनारे वाले इलाके: क्षेत्र में पानी प्रवेश कर जाने की सूचना प्राप्त हुई है. स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.

एनडीआरएफ की टीम तैनात

पटना, वैशाली एवं गोपालगंज में एनडीआरएफ तथा पटना एवं भागलपुर में एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. बाढ़ से प्रभावित आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाने के लिए नावों का परिचालन करने तथा आवश्यकतानुसार राहत शिविरों का संचालन करने का निर्देश सभी जिला पदाधिकारियों को दिया गया है. पटना जिले में 65 नावों का परिचालन किया जा रहा है और राहत शिविरों का संचालन भी आवश्यकतानुसार किया जा रहा है. भोजपुर जिले में 69 नावों का परिचालन किया जा रहा है.

राहत बचाव कार्य जारी

खगड़िया, बक्सर एवं वैशाली जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने के लिए नावों का परिचालन कराया जा रहा है. जिला पदाधिकारी के द्वारा शाम 5.30 बजे के बाद नावों का परिचालन बंद करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही साथ बच्चे, नौवजवान एवं वृद्ध को नदी में जाने से रोकने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार प्रसार कराया जा रहा है. गंगा नदी के घाटों पर बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि शाम 5.30 अपराह्न बजे के बाद नावों का परिचालन एवं ओवर लोडिंग रोका जा सके. बच्चे, बुढ़े एवं नौजवान व्यक्तियों को नदी में जाने से रोकने के लिए प्रचार प्रसार कराया जा रहा है.

राहत सामग्री वितरित

बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में मोबाइल मानव चिकित्सा दलों एवं पशु चिकित्सा दलों को जरूरी दवाएं, हैलोजन टैबलेट :शुद्ध पेयजल के लिए: एवं अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्रियों के साथ प्रतिनियुक्त करने का निर्देश भी जिला पदाधिकारियों को दिया गया है. गर्भवती एवं धातृ महिलाओं के इलाज के लिए महिला चिकित्सकों को भी चिकित्सा दलों के साथ प्रतिनियुक्त करने का निदेश दिया गया है.

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