रालोसपा विवाद : उपेंद्र कुशवाहा ने साध रखी है चुप्पी, ऊहापोह में कार्यकर्ता

पटना : रालोसपा के दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ तलवारें खींच ली हैं. उपेंद्र कुशवाहा की अध्यक्षता वाली रालोसपा बागी सांसद डाॅ अरुण कुमार की सदस्यता समाप्त कराने की योजना पर मंथन कर रही है. उपेंद्र कुशवाहा गुट पंचायत, प्रखंड, जिला और प्रदेश में संगठन चुनाव कराने में भिड़ा है. उपेंद्र गुट ने 18 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2016 6:53 AM
पटना : रालोसपा के दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ तलवारें खींच ली हैं. उपेंद्र कुशवाहा की अध्यक्षता वाली रालोसपा बागी सांसद डाॅ अरुण कुमार की सदस्यता समाप्त कराने की योजना पर मंथन कर रही है. उपेंद्र कुशवाहा गुट पंचायत, प्रखंड, जिला और प्रदेश में संगठन चुनाव कराने में भिड़ा है. उपेंद्र गुट ने 18 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की तिथि घोषित कर दी है. वहीं, अरुण कुमार गुट ने चुनाव आयोग के समक्ष आवेदन देने का फैसला किया है. इसी सप्ताह चुनाव आयोग को दिये जाने वाले आवेदन में असली रालोसपा होने का प्रमाणपत्र मांगा जायेगा.
बुधवार को पटना में हुए अरुण कुमार गुट के विशेष अधिवेशन के बाद दोनों गुट कानूनी पहलुओं पर गहन मंथन करने में जुटा है. केंद्रीय राज्य मंत्री व रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने तो विक्षुब्ध गुट के अधिवेशन और अरुण कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने पर चुप्पी साध रखी है, किंतु उनकी पार्टी के प्रवक्ता जवाबी हमला कर रहे हैं.
उपेंद्र गुट : अरुण की समाप्त करायेगा सदस्यता
रालोसपा के प्रवक्ता अभयानंद सुमन ने गुरुवार को कहा कि कोई विशेष अधिवेशन कर खुद को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाये, तब तो पार्टी का नियम-संविधान का कोई महत्व ही नहीं रह जायेगा. रालोसपा सिर्फ बिहार की पार्टी नहीं है. यह यूपी, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और दिल्ली में भी पूर्ण अस्तित्व में है. रालोसपा को राजनीतिक दल के रूप में संवैधानिक मान्यता मिली हुई है. चुनाव आयोग से पार्टी का संविधान गाइड होता है, न कि कुछ विक्षुब्धों से. उन्होंने कहा है कि यदि अरुण कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का इतना ही शौक है, तो वे सांसद पद से इस्तीफा दे कर पुन: चुनाव लड़े.
उन्होंने कहा कि पार्टी तो अब उनकी पार्टी सदस्यता समाप्त करने पर विचार कर रही है. यदि पार्टी सदस्यता समाप्त हो गयी, तो उनकी सांसदी भी नहीं रहेगी.
अरुण कुमार गुट के प्रवक्ता मनोज लाल दास मनु के अनुसार आठ-से-दस दिनों में चुनाव आयोग को निवेदन पत्र सौंपा जायेगा. एक दो दिनों में पार्टी का प्रदेश कार्यालय पटना के चिड़ियाखाना के पास खुल जायेगा. वहां विधायक ललन सिंह को आवास अलॉट हुआ है. उन्होंने दावा किया है कि रालोसपा के राज्य व राष्ट्रीय परिषद के 70 प्रतिशत सदस्य अरुण कुमार के साथ हैं.
वहीं रालोसपा नेता विनोद कुशवाहा, राजकुमार सिंह, प्रो विजय कुशवाहा, विनोद चौधरी निषाद, राजबल्लभ कुशवाहा, चंद्रभूषण कुशवाहा और मनोज लाल दास मनु ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा अपनी चुप्पी तोड़ें और अपने खास लोगों से बयानबाजी बंद कराएं. उन्होंने सांसद राम कुमार शर्मा द्वारा विशेष अधिवेशन को फ्लाॅप करार देने तथा अरुण कुमार पर कार्रवाई की मांग को हताशा में दिया गया बयान बताया है.

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