Bihar : गोपालगंज में जहरीली शराब की 45 बोतल सैंपल सील, अबतक 18 लोगों की मौत

गोपालगंज : बिहारमें गोपालगंजके खजुरबानी में छापेमारी के बाद जब्त किये गये जहरीली शराब को नगर थाने में लाकर रखा गया है. शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों ने शराब के अलग-अलग सैंपल को डब्बों में सील किया है. सीजर बनाकर इसे विधि-विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जायेगा. छोटे-छोटे डब्बों में करीब 45 बोतल जहरीली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2016 7:02 AM

गोपालगंज : बिहारमें गोपालगंजके खजुरबानी में छापेमारी के बाद जब्त किये गये जहरीली शराब को नगर थाने में लाकर रखा गया है. शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों ने शराब के अलग-अलग सैंपल को डब्बों में सील किया है. सीजर बनाकर इसे विधि-विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जायेगा. छोटे-छोटे डब्बों में करीब 45 बोतल जहरीली शराब को अनुसंधान केंद्र में भेजा जा रहा है. जांच के बाद स्पष्ट हो पायेगा कि जहरीली शराब बनाने में किन-किन पदार्थों का प्रयोग किया गया था.

हालांकि, पुलिस को घटना स्थल से देशी शराब के अलावे कई केमिकल की खाली बोतल मिली थी. जिसमें सबसे अधिक होम्योपैथिक में इस्तेमाल करनेवाली दवा थूजा-30 मिला था. पुलिस को आशंका है कि देशी शराब बनाने में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया गया था. जिसके कारण शराब पीने से एक-एक कर 18 लोगों की जान चली गयी. जिनकी स्थिति गंभीर है, उनकी आंखों की रोशनी नहीं बच पायी है.

नगर थाने में योगदान करने के बाद नवागत पुलिस अफसरों ने जब्त शराब को बारिकियों के साथ सीजर करने की कार्रवाई शुरू की है. हालांकि नगर थाने के पुलिस अफसर जहरीली शराब को सील करने तथा कार्रवाई के बिंदुओं पर किसी तरह की जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं.

पुलिस सूत्रों का मानना है कि विधि-अनुसंधान केंद्र में जहरीली शराब की जांच होने के बाद रिपोर्ट आने पर खुलासा हो पायेगा. उधर, फॉरेंसिक टीम के अधिकारियों ने खजुरबानी से शराब और मृतकों के शरीर की पार्ट को इसलिए बरामद किया, ताकि जांच में यह पता चल सके कि इसी शराब के पीने से इनकी मौत हुई है या नहीं. फिलहाल फॉरेंसिक की जांच पर पूरी लोगों की निगाहें टीकी हुई है.

25 पुलिसकर्मी निलंबित
इससेपहलेगोपालगंज जिले में 18 लोगों की मौत के बाद एसपी रवि रंजन कुमार ने कड़ा एक्शन लेते हुए गुरुवार की शाम नगर थाने के सभी पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया. उन्हें पुलिस लाइन में योगदान करने का निर्देश दिया गया है. निलंबित अधिकारियों में नगर थाने के इंस्पेक्टर बीपी आलोक, सब इंस्पेक्टर अमित कुमार समेत 15 पुलिस अफसरवदस अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं. वहीं, डीएम राहुल कुमार ने पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टर को भी निलंबित कर दिया है.
उधर उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक ने गोपालगंज के उत्पाद इंस्पेक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनसे पूछा गया है कि आखिर किन परिस्थितियों में इस तरह की घटना हुई और इसमें किसकी लापरवाही है? सघन छापेमारी के बाद भी इतनी मात्रा में अल्कोहल वाली दवा कैसे संग्रह करके रखी गयी थी? इस मामले में यह पहली और बड़ी कार्रवाई है.
अभी अन्य जिम्मेवार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है. डीएम राहुल कुमार ने कहा कि सभी दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा. मालूम हो कि जब एक के बाद एक लोगों मौत होने लगी, तो नगर थाने के खजुरबानी में पुलिस ने वरीय अधिकारियों के आदेश पर छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब बरामद की थी. इसके लिए प्रथमदृष्टया नगर थाने को दोषी पाया गया है.
मरनेवालों की संख्या बढ़कर 18 तक पहुंची
गोपालगंज में चार और लोगों की मौत हो गयी है. इससे संदिग्ध परिस्थिति में मरनेवालों की संख्या बढ़ कर 18 तक पहुंच गयी है. हालांकि, प्रशासन ने 16 लोगों के ही मरने की पुष्टि की है. अब भी चार अन्य की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में ये सभी मौत से जूझ रहे हैं.
डीएम राहुल कुमार ने कहा हैकि सभी दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. इधर थानेदारों, सर्जन व डॉक्टरों पर कार्रवाई की चर्चा होती रही. पीएमसीएच में इलाज के दौरान नगर थाने के इसलामिया मुहल्ले के निवासी नसीर मियां (35 वर्ष) और नोनिया टोली के सुखदेव साह के पुत्र मुन्ना साह (25 वर्ष) की मौत हो गयी है.

वहीं मांझा थाने के पीपरा गांव के सत्यनारायण राम के पुत्र राजेश राम (38 वर्ष) और मोबिन मियां के पुत्र मुन्ना मियां (40 वर्ष) की मौत हो गयी. दोनों के शवों का परिजनों ने दाह-संस्कार कर दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों की मौत शराब पीने से हुई है. मौत से पहले झाग भरी उल्टी के बाद मुंह से ब्लड आ रहा था.

उधर, मुन्ना साह और नसीर के शवों का पीएमसीएच में पोस्टमार्टम कराने के बाद गोपालगंज लाया जा रहा है. मो नासिर रिक्शाचालक था, वहीं मुन्ना ठेले पर मिठाई बेचता था. मो नासिर के भाई मो जब्बार आलम ने बताया कि भाई की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. उसने रेलवे ढाला पर शराब पी थी. शराब पीने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गयी. वह सड़क पर गिरा था. सूचना मिलने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, स्थिति गंभीर होने के कारण उसे पीएमसीएच भेज दिया गया.
चार मरीज मेडिकल आइसीयू में भरती
पीएमसीएच में बाकी चार मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है. इमरजेंसी में भरती होने के बाद उनकी हालत में जब सुधार नहीं आया, तो उनको इमरजेंसी के मेडिकल आइसीयू में भरती कराया गया है. जहां सीनियर व जूनियर डॉक्टरों की बनी एक टीम इलाज कर रही है. डॉक्टरों ने बताया कि गोपालगंज के अलग-अलग गांवों के रहनेवाले बंधु राम, अनिल राम, धनंजय कुमार और जहीर को गुरुवार की सुबह लाया गया. चारों मरीजों को मेडिकल आइसीयू में भरती कर स्लाइन और ब्लड चढ़ाया जा रहा है.
किसी को उल्टी, तो किसी के पेट में दर्द
इलाज कर रहे डॉ अजय कुमार ने बताया कि शरीर में अल्कोहल है या नहीं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पायी है. जांच के लिए मरीजों का सैंपल फाेरेंसिक सांइस लैब भेज दिया गया है. वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मरीजों में अल्कोहल की मात्रा है या नहीं. लेकिन, मरीजों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है. बंधु राम को लगातार उलटी हो रही है.बाकी मरीजों को पेटदर्द और चक्कर आ रहा है, जिनको इंजेक्शन देकर कम करने का प्रयास किया गया है.
शराब के 16 धंधेबाजों पर प्राथमिकी, छह गिरफ्तार
खजुरबानी में शराब का धंधा करनेवाले छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि तीन महिलाओं समेत 16 धंधेबाजों के खिलाफ नगर थाने में इंस्पेक्टर बीपी आलोक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कारोबार के मास्टरमाइंड के रूप में लाल बाबू पासी और रंजय चौधरी के नाम शामिल हैं.
पुलिस ने खजुरबानी से रंजय चौधरी, मुन्ना चौधरी, संजय चौधरी छठु चौधरी राजेश चौधरी व सनोज चौधरी को गिरफ्तार किया है, जबकि इस कांड में कन्हैया पासी, लालझरी देवी, नगीना पासी, बिंदा पासी की पत्नी, लाल बाबू पासी, रीता देवी, ग्रहण चौधरी, इंदू देवी को भी अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.

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