तीली डाल कर एटीएम को कर देते थे जाम और निकाल लेते थे दूसरों के पैसे, 5 गिरफ्तार
पटना : पटना पुलिस ने एटीएम फ्रॉड करने वाले पांच जालसाजों को पकड़ लिया है. इन लोगों के पास से दो लाख 66 हजार नकद, एक दर्जन से अधिक एटीएम कार्ड, ब्रांडेड कंपनी के कपड़े व जूता बरामद किये गये हैं. पकड़े गये एटीएम जालसाजों में आनंद मोहन (असमां, नवादा), गोपाल कुमार (बैभाड़ा, नवादा), मनीष […]
पटना : पटना पुलिस ने एटीएम फ्रॉड करने वाले पांच जालसाजों को पकड़ लिया है. इन लोगों के पास से दो लाख 66 हजार नकद, एक दर्जन से अधिक एटीएम कार्ड, ब्रांडेड कंपनी के कपड़े व जूता बरामद किये गये हैं. पकड़े गये एटीएम जालसाजों में आनंद मोहन (असमां, नवादा), गोपाल कुमार (बैभाड़ा, नवादा), मनीष कुमार (करैता कतरीसराय, नालंदा), दिवाकर कुमार (मैमहरागंज, अकबरपुर, पटना) व अनिल कुमार (कतरीसराय, नालंदा) शामिल हैं. गिरोह का सरगना आनंद मोहन है. पकड़े गये सभी छात्र एमए के छात्र हैं और बहादुरपुर बाजार समिति के निजी लॉज में रह कर पढ़ाई करते हैं. साथ ही एटीएम फ्रॉड का गोरखधंधा कर रहे थे.
आनंद मोहन पढ़ने में भी ठीक-ठाक है और उसने हाल में ही भुवनेश्वर रेलवे भर्ती बोर्ड के एएसएम की पीटी की परीक्षा पास की थी और कुछ ही दिनों में मेंस की भी परीक्षा होनी है. यह गिरोह अभी तक लाखों रुपये एटीएम फ्रॉर्ड कर निकाल चुका है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है. इनसे गिरोह के कुछ और सदस्यों के नामों की जानकारी मिली है और पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
कैसे करते हैं फ्रॉड
यह गिरोह वैसे एटीएम को निशाना बनाते हैं, जहां एक साथ दो एटीएम होती हैं. साथ ही ये लोग महिलाएं, बुजुर्ग व कम पढ़े लिखे लोगों को बेवकूफ बनाते हैं. ये दो तरीके से एटीएम फ्रॉड की घटना को अंजाम देते हैं.
1. एटीएम में जहां से पैसा निकलता है, वहां ये लोग माचिस की तीली फंसा देते हैं. जैसे ही कोई पैसा निकालने आता है और एटीएम डाल कर अन्य प्रक्रिया करता है तो उसके पैसे नहीं निकलते है, क्योंकि पैसे माचिस की तीली होने के कारण फंस जाते हैं. गिरोह का एक सदस्य बगल में खड़ा रहता है और तुरंत ही सलाह देता है कि बगल के एटीएम में चले जायें, यह खराब है. उक्त व्यक्ति जैसे ही दूसरे एटीएम की ओर जाता है, वैसे ही तीली निकालने पर पैसा बाहर आ जाता है और ये लेकर निकल जाते हैं.
2. इस गिरोह का एक सदस्य एटीएम से पैसे निकालने के दौरान पिन कोड की जानकारी ले लेते हैं. अंदर में तीली फंसे होने के कारण लोगों को अगर निकलने में देरी होती है, तो पैसा वापस अंदर चला जाता है. लेकिन, पूरी तरह एटीएम को वापस अपनी पूर्व स्थिति में आने में 20 से 25 सेकेंड लग जाते है. उन्हें भी एटीएम खराब होने की जानकारी दी जाती है. वे जैसे ही बाहर निकलते हैं, वैसे ही फिर से पिन कोड डाल कर पैसे निकाल लिए जाते हैं.
सिर पर टोपी लगा प्रवेश करते हैं एटीएम के अंदर
गिरोह के सदस्य काफी शातिर हैं. ये लोग एटीएम के अंदर टोपी लगाकर प्रवेश करते हैं. जिस कारण सीसीटीवी कैमरा के वीडियो फुटेज में भी इनकी तस्वीर नहीं आ पाती है. इन लोगों को एक युवती की निशानदेही पर पकड़ा गया है.
उक्त युवती को इसी तरह एटीएम खराब बता कर दूसरे एटीएम में भेज दिया गया और फिर पैसे निकाल लिए गये थे. उक्त युवती ने इसकी सूचना कदमकुआं थाने में दी थी. इसी बीच उसने राजेंद्र नगर एटीएम के पास फिर उस युवक को देख लिया और फिर पुलिस को सूचित कर दिया. इसके बाद वहां पहले आनंद मोहन को पकड़ा गया और फिर उसकी निशानदेही पर अन्य जालसाजों को पकड़ लिया गया.
अभी हाल में ही इन लोगों ने राजेंद्र नगर व मछुआटोली के एटीएम में तीन घटनाओं को अंजाम दिया था और तीस हजार रुपये निकाले थे. इन पैसों से इन लोगों ने महंगे कपड़े व जूते खरीदे थे. एक जूता दस हजार कीमत का था. इसके अलावा जालसाजी के पैसे से ये लोग बराबर कोलकाता जा कर ऐयाशी करते थे.