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बाढ़ : पटना में गंगा उफान पर, बूढ़ी गंडक और पुनपुन भी डेंजर लेवल से ऊपर बह रही
पटना : पांचवें दिन भी पटना-भागलपुर में गंगा शांत नहीं हुई. गुरुवार को पटना में गंगा खतरे के निशान से 73, जबकि भागलपुर में 94 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अगले 24 घंटे में पटना-भागलपुर में 10 से 41 सेंटीमीटर की और वृद्धि होगी. गंगा में उफान को ले कर जल संसाधन विभाग ने दोनों […]
पटना : पांचवें दिन भी पटना-भागलपुर में गंगा शांत नहीं हुई. गुरुवार को पटना में गंगा खतरे के निशान से 73, जबकि भागलपुर में 94 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अगले 24 घंटे में पटना-भागलपुर में 10 से 41 सेंटीमीटर की और वृद्धि होगी. गंगा में उफान को ले कर जल संसाधन विभाग ने दोनों जिलों में चौकसी बढ़ा दी है. दोनों जिलों के बाढ़ नियंत्रण कार्य में लगे पदाधिकारियों को हर एक-एक घंटे पर मुख्यालय को गंगा की स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया गया है.
पटना और खगड़िया में बूढ़ी गंडक और पुनपुन खतरे के निशान से सबसे ऊपर बह रही है. पुनपुन डेंजर-लेवल से जहां 116, तो बूढ़ी गंडक 106 सेंटी मीटर ऊपर बह रही है. कोसी का उफान भी कटिहार-खगड़िया में कम होने का नाम नहीं ले रहा. वहीं, सीवान में घाघरा का उफान थोड़ा कमा है, हालांकि आज भी वह डेंजर लेवल से 27 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी.
गुरुवार को सूबे के नौ जिलों में चार से 13 मिलीमीटर बारिश हुई. सर्वाधिक बारिश भागलपुर और मुजफ्फरपुर में हुई. दोनों जिलों में 13.7 और 11.6 मिलीमीटर बारिश हुई. रोहतास और पटना में भी झमाझम बारिश हुई. पटना में 9.2, तो रोहतास में 11.0 मिलीमीटर बारिश हुई. खगड़िया में 7.2, बक्सर में 6.8, आरा में 4.0, दरभंगा में 3.8 और कटिहार में 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई. केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में उत्तर, पूर्व व मध्य बिहार में कहीं हल्की, तो कहीं तेज बारिश की संभावना है.
नदियों का डेंजर लेवल
नदी जिला डेंजर लेवल
गंगा दीघा 14 सेंटीमीटर
गंगा गांधी घाट 73 सेंटीमीटर
पुनपुन पटना 116 सेंटीमीटर
गंगा कहलगांव 94 सेंटीमीटर
घाघरा सीवान 27 सेंटीमीटर
बढ़े जल स्तर से सात जिलों में बाढ़ का खतरा
पटना : गंगा के जल स्तर में वृद्धि से पटना, बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, सारण, वैशाली एवं भागलपुर जिला के दियारा क्षेत्र में धीरे-धीरे पानी का प्रभाव बढ़ रहा है. पानी बढ़ने से लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिला प्रशासन व आपदा विभाग ने अधिकारियों को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा है. पटना, वैशाली, गोपालगंज एवं भागलपुर में एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है.
इसके अतिरिक्त मोबाइल मानव चिकित्सा दलों और पशु चिकित्सा दलों को हैलोजन, टैबलेट एवं अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्रियों के साथ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में प्रतिनियुक्त किया गया है. बच्चे, बूढ़े एवं नौजवान व्यक्तियों को नदी में जाने से रोकने के लिए प्रचार-प्रसार के साथ खतरनाक घाटों पर पुलिस बलों की भी तैनाती कर दी गयी है. अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने को कहा गया है.
एसडीओ ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण
फतुहा : प्रखंड के सूकुलपुर व दौलतपुर सहित कई गांवों का गुरुवार को एसडीओ योगेंद्र सिंह एवं वरीय भूमि उपसमाहर्ता ललित भूषण प्रसाद ने बीडीओ राकेश कुमार एवं सीओ संजीव कुमार सिंह के साथ निरीक्षण किया. बीडीओ एक पत्र जारी कर मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं अन्य जन प्रतिनिधियों से बाढ़ की समस्या पर अविलंब प्रखंड मुख्यालय को सूचित करने का अनुरोध किया है. वहीं, खुसरूपुर. प्रखंड में इन दिनों बाढ़ के कारण भयावह स्थिति है.
बैकटपुर और चौड़ा पंचायतों के आधा दर्जन गांव बाढ़ग्रस्त हैं. इन गांवों में गंगा, धोवा, महतमाइन आदि नदियों का पानी घुस गया है. गुरुवार को बैकटपुर और चौड़ा पंचायतों के गांवों का एसडीओ पटना सिटी योगेंद्र सिंह एवं वरीय भूमि उप समाहर्ता ललित भूषण प्रसाद ने जायजा लिया़
कई गांव हो गये खाली
मनेर. गंगा के जल स्तर में वृद्धि के कारण गुरुवार को दियारा क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. मनेर में गंगा नदी खतरे के निशान से सिर्फ नौ सेंटीमीटर नीचे बह रही है.
शुक्रवार तक खतरे के निशान पार कर जाने की संभावना जतायी जा रही है. पानी बढ़ने की सूचना के बाद महावीर टोला गांव पूरी तरह से खाली हो गया है. महावीर टोला में कुछ लोग हाइस्कूल के राहत कैंप में आकर रहने लगे हैं. किसानों की मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है. वहीं, पशुओं के सामने चारा की परेशानी आ गयी है. इधर, बाढ़ से रतन टोला, हल्दी छपरा, नयका टोला, पुराना टोला, रामनगर, बदलटोला, साजअना, धजवा टोला, इस्लामगंज, हुलासी टोला, छिहत्तर, जगंलिया टोला, अदलचक, हाथी टोला, गनौरी राय का टोला, मुंजी टोला, दुधैला, महावीर टोला व बथानी समेत अन्य गांव पीड़ित हैं.
बिंद टोली में बढ़ा एक फुट पानी, दो और टेंट लगाये
पटना. बिंद टोली में रहने वाले परिवारों की परेशानी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. गुरुवार को यहां एक फुट पानी बढ़ गया है. जिला प्रशासन की टीम ने दो टेंट लगाये हैं. जिला प्रशासन के मुताबिक पानी का स्तर घट-बढ़ रहा है. ऐसे में जब तक पांच फुट तक पानी का ग्रोथ नहीं होगा, तब तक इन परिवारों को यहां रहने में कोई खतरा नहीं है. इनके लिए जेनेरेटर, चावल, दाल, सब्जी और बनाने वाले की व्यवस्था कर दी गयी है.
गांव में फैला गंगा का पानी
मोकामा. गंगा नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. मोकामा प्रखंड की नौरंगा जलालपुर पंचायत में गंगा का पानी गांव में फैलना शुरू हो गया है. नौरंगा जलालपुर पंचायत के उत्तरी हिस्से पर बसे कई घर जलजमाव की चपेट में आ गये हैं. गंगा नदी का पानी बस्तियों और गांव में फैलने लगा है. इसके अलावा मक्के की फसल भी बर्बाद हो गयी है. 100 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं.
राशन और जलावन हो चुका है समाप्त
पटना सिटी. गंगा तट व जल्ला के गांव में रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी पानी के बीच फंसी है.लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. राशन व जलावन समाप्त हो चुका है.
लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पुनपुन की उफान से महुली पंचायत के दो गांव मिर्जापुर व हीरानंदपुर गांव में एक हजार लोग इसकी चपेट में हैं. इधर गंगा के तट पर रहने वालों की स्थिति भी उफनती गंगा ने प्रभावित कर दिया है. कंगन घाट, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट, किला घाट, झाउगंज घाट, हीरानंद शाह घाट व मिरचाई घाट समेत अन्य जगहों पर उफनती गंगा की वजह से पशु चारा व रह रहे लोगों के आवाजाही का मार्ग बंद हो गया है.
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