हाइ रेट से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन योजना डिरेल, फिर से होगा टेंडर
पटना : नगर निगम की प्लानिंग एक बार फेल होने जा रही है. शहर की सफाई के लिए शुरू की जाने वाली डोर टू डोर कचरा कलेक्शन इस बार भी असफल होने के कगार पर है. बीते माह नूतन राजधानी अंचल के 11 वार्डों की डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की याेजना सफल हुई थी, लेकिन अब […]
पटना : नगर निगम की प्लानिंग एक बार फेल होने जा रही है. शहर की सफाई के लिए शुरू की जाने वाली डोर टू डोर कचरा कलेक्शन इस बार भी असफल होने के कगार पर है.
बीते माह नूतन राजधानी अंचल के 11 वार्डों की डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की याेजना सफल हुई थी, लेकिन अब इन वार्डों में काम करने वाली कंपनी निगम की उम्मींद से अधिक पैसा मांग रही है. जिसे निगम नहीं दे सकता. यही कारण है कि हाइ रेट के कारण याेजना डिरेल हो रही है. कंकड़बाग अंचल में निगम ने अब तक इसका फाइनेंसियल बीड ओपन नहीं किया है. अन्य अंचलों में निविदा सफल नहीं होने के कारण निगम कंकड़बाग अंचल में योजना फाइनल करने से कतरा रही है.
निगम का दावा सफल होगी निविदा
नगर निगम एक बार फिर से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए प्लानिंग तैयार कर रहा है. इस बार नगर आयुक्त अभिषेक सिंह व मुख्य अभियंता अशोक कुमार इसकी निविदा निकालने की तैयारी में लगे हैं. नगर आयुक्त व निगम प्रशासन का दावा है कि इस बार निविदा सफल होगी.
2007 से लटक रहा है मामला
ठोस कचरा प्रबंधन के तहत निगम को 23 करोड़ की राशि मिली थी. इस योजना के तहत नगर निगम को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करना था. 2010 में कुछ वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा का उठाव शुरू हुआ था.
लेकिन, पैसे के विवाद के कारण कुछ माह बाद ही काम बंद हो गया. 2011 में कचरा उठाव का काम जिंदल कंपनी को मिली थी, लेकिन कंपनी ने काम ही शुरू नहीं किया. फिर 2015 में निगम के क्षेत्र को 17 ग्रुपों में बाट कर निविदा निकाली गयी, जो सफल नहीं रही.
इसके बाद तात्कालिक नगर आयुक्त जय सिंह ने 72 ग्रुपों में बांट कर निविदा निकाले का प्रस्ताव बनाया, लेकिन मेयर अफजल इमाम ने इसे तीन अंचलों को एक-एक ग्रुप में बांट कर और नूतन राजधानी अंचल के सभी वार्डों के लिए अलग-अलग निविदा आमंत्रित करने का सुझाव दिया. जय सिंह ने संवेदकों के साथ बैठक की, पर निविदा सफल नहीं हुई.