कर रहे हैं टैक्स की चोरी
अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी, धनरूआ व पुनपुन में छोटी गाड़ियां खासकर बोलेरो, स्कॉर्पियो आदि के मालिकों द्वारा परिवहन विभाग की उदासीनता का फायदा उठा सरकार के टैक्स चोरी कर अपनी गाड़ी को सड़कों पर बेखौफ दौड़ा रहे हैं. इस पर रोक लगाने के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं है. गौरतलब है कि गाड़ियों का परिवहन […]
अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी, धनरूआ व पुनपुन में छोटी गाड़ियां खासकर बोलेरो, स्कॉर्पियो आदि के मालिकों द्वारा परिवहन विभाग की उदासीनता का फायदा उठा सरकार के टैक्स चोरी कर अपनी गाड़ी को सड़कों पर बेखौफ दौड़ा रहे हैं. इस पर रोक लगाने के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं है. गौरतलब है कि गाड़ियों का परिवहन विभाग से दो तरह का रोड टैक्स लिया जाता है.
निजी व कॉमर्शियल. लेकिन कॉमर्शियल वाहन का टैक्स निजी वाहन से कई गुणा अधिक होता है. साथ ही उसे प्रत्येक साल परिवहन विभाग से वाहन का फिटनेस भी लेना पड़ता है. इधर टैक्स कम लगे और फिटनेस का चक्कर न लगाना पड़े, इसी को ध्यान में रख गाड़ी मालिक निजी वाहन के रूप में परिवहन विभाग से निबंधन करा धड़ल्ले से उसे कॉमर्शियल के रूप में उपयोग कर सरकार का बड़ी राशि टैक्स के रूप में चोरी कर रहे है.
तीनों प्रखंडों में ऐसी सैकड़ों गाड़ियां है, जो बेहिचक पूरे दिन एक निश्चित स्थानों पर खड़ी रहती है और जरूरतमंद वहां पहुंच गाड़ी को ठीक कर अपने गंतव्य के लिए जाते हैं. इतना ही नहीं यहां अस्पतालों के नजदीक ऐसे दर्जनों वाहन मौजूद रहते है. जो गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाते है. हालांकि यहां एंबुलेंस भी मौजूद है, लेकिन गाड़ी वाले एंबुलेंस से कम भाड़ा में अपनी गाड़ी दे देते है. लिहाजा एंबुलेंस खड़ा का खड़ा ही रह जाता है.
कॉमर्शियल गाड़ी से अधिक निजी गाड़ियों की होती है मांग : गाड़ी को भाड़े पर लेकर चलने वाले लोगों की पहली पसंद निजी गाड़ी होती है. निजी गाड़ी उपलब्ध नहीं होने की हालत में बहुत आवश्यक कार्य रहने पर ही लोगों द्वारा कॉमर्शियल गाड़ी को भाड़े पर लिया जाता है.
क्या कहते है अपर जिला परिवहन पदाधिकारी : इस संबंध में अपर जिला परिवहन पदाधिकारी पुरूषोत्तम ने बताया कि फिलहान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कार्य कर रहा हूं. ऐसी जानकारी हमें भी मिली है. इस संबंध में एसडीओ से बात कर अभियान चला इस दिशा में कार्य किया जायेगा. ऐसे गाड़ियों के ऊपर कार्रवाई की जायेगी. ओवरलोडिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि मसौढ़ी में गाड़ी जब्त कर रखने की जगह नहीं है. इस कारण पटना जीरो माइल पर ही इसकी जांच की जाती है.