मैट्रिक से पहले ही पास कर ली इंटर की परीक्षा

पटना : ब तक हम सभी जानते हैं कि पहले मैट्रिक की परीक्षा पास की जाती है, उसके बाद इंटर और फिर स्नातक की डिग्री मिलती है. लेकिन बिहार बोर्ड की कारनामा देखिए, मैट्रिक के पास करने से पहले ही इंटरमीडिएट पास कर दिया. वहीं ऐसे कई अभ्यर्थियों के पास स्नातक की भी डिग्री है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2016 7:55 AM
पटना : ब तक हम सभी जानते हैं कि पहले मैट्रिक की परीक्षा पास की जाती है, उसके बाद इंटर और फिर स्नातक की डिग्री मिलती है. लेकिन बिहार बोर्ड की कारनामा देखिए, मैट्रिक के पास करने से पहले ही इंटरमीडिएट पास कर दिया. वहीं ऐसे कई अभ्यर्थियों के पास स्नातक की भी डिग्री है और ये बाद में मैट्रिक किये हैं. रिजल्ट का यह गड़बड़झाला कहीं और नहीं, बल्कि संगीत एसटीइटी में हुआ है.
2013 में संगीत एसटीइटी की परीक्षा ली गयी थी. लगभग पांच सौ अभ्यर्थी एसटीइटी की परीक्षा में सफल भी हुए. शिक्षक नियोजन के समय जब अभ्यर्थियों से सर्टिफिकेट जमा करने को कहा गया, तो मामला सामने आया. इससे नियोजन प्रक्रिया रोक दी गयी.
संदेहास्पद हैं रिजल्ट
उर्दू टीइटी में पैसे लेकर फेल को पास करवाया गया, वहीं अब संगीत एसटीइटी में फर्जी सर्टिफिकेट देने का मामला सामने आया है. संगीत एसटीइटी पास अभ्यर्थी ने जो मार्क्स सीट जमा किये हैं, वे काफी संदेहास्पद हैं. अधिकतर अभ्यर्थी के मैट्रिक, इंटर के उत्तीर्ण होने वाले वर्ष में उलट-फेर हैं. इससे शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया होने के बावजूद नियुक्ति नहीं हो पा रही है. वहीं दूसरी ओर, नियुक्ति नहीं होने से अभ्यर्थी परेशान हैं.
शिक्षा विभाग से मांगा गया है निर्देश
संदेहास्पद रिजल्ट को लेकर जिला शिक्षा नियोजन की ओर से शिक्षा विभाग को पत्र लिखा गया है. 16 फरवरी, 2016 को लिखी गयी इस चिट्ठी में शिक्षा विभाग से शिक्षक नियोजन के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र निर्धारण को लेकर दिशा निर्देश मांगा गया है. शिक्षा विभाग की ओर से जब तक दिशा निर्देश नहीं आयेगा, तब तक संगीत शिक्षकों का नियोजन नहीं किया जायेगा.
पूर्व अध्यक्ष के सामने का है मामला
संगीत एसटीइटी की नियुक्ति की प्रक्रिया बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के समय ही हुई थी. संगीत एसटीइटी में अभ्यर्थी सफल तो हो गये, लेकिन उनके पास मैट्रिक या उसके ऊपर के सर्टिफिकेट नहीं थे. संगीत की डिग्री के अलावा मैट्रिक, इंटर का सर्टिफिकेट होना आवश्यक होता है. बोर्ड कर्मचारियों ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष ने संगीत एसटीइटी पास अभ्यर्थी को फर्जी मैट्रिक और इंटर के सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाये.
इन बिंदुओं पर मांगे गये निर्देश
एसटीइटी में सफल कई अभ्यर्थियाें के मैट्रिक और इंटर पास करने का वर्ष एक ही है.कई अभ्यर्थियों ने मैट्रिक पास करने के अगले साल ही इंटर की परीक्षा पास की, जबकि बीच में एक साल का गैप रहना चाहिए था
कई एसटीइटी सफल अभ्यर्थियों के पास मैट्रिक से पहले ही स्नातक करने की डिग्री है
कई अभ्यर्थी मैट्रिक के कई साल पहले ही इंटर की डिग्री ले ली

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