महापरीक्षा में 10.80 लाख परीक्षार्थियों ने की शिरकत

पटना : साक्षर भारत और अक्षर आंचल योजना के तहत करीब 10.80 लाख लड़कियों व महिलाओं ने रविवार को साक्षर बनने के लिए परीक्षा दी. 15-35 साल की महादलित, अल्पसंख्यक और अतिपिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए संयुक्त रूप से आयोजित इस महापरीक्षा में बाढ़ का असर भी दिखा. शिक्षा विभाग को 15 लाख परीक्षार्थियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2016 8:00 AM
पटना : साक्षर भारत और अक्षर आंचल योजना के तहत करीब 10.80 लाख लड़कियों व महिलाओं ने रविवार को साक्षर बनने के लिए परीक्षा दी. 15-35 साल की महादलित, अल्पसंख्यक और अतिपिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए संयुक्त रूप से आयोजित इस महापरीक्षा में बाढ़ का असर भी दिखा. शिक्षा विभाग को 15 लाख परीक्षार्थियों को साक्षर बनाने का लक्ष्य था, लेकिन करीब 12.42 लाख परीक्षार्थियों ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया और इसमें से 10.80 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में बैठ सकीं. जन शिक्षा के सहायक निदेशक मो. गालिब ने बताया कि महापरीक्षा में बाढ़ का असर पड़ा है.
जिसकी वजह से लक्ष्य से चार लाख कम परीक्षार्थी इसमें शामिल हुई. बाढ़ के कारण भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पटना, मनेर, वैशाली, खगड़िया, सुपौल समेत अन्य जिलों में भी परीक्षा प्रभावित हुई है. पंचायत स्तर पर चली इस परीक्षा में 15 लाख लक्ष्य के विरुद्ध 12.42 लाख का ही रजिस्ट्रेशन हो सका और इनमें 10.80 लाख महिलाएं ही साक्षरता की परीक्षा दे सकीं. महिलाओं को बेसिक साक्षरता, नाम लिखने, लिखी हुई चीजों को पढ़ने, वाक्य लिखने के ज्ञान की परीक्षा ली गयी. मो. गालिब ने बताया कि जो महिलाएं 200 घंटे के इस पाठ्यक्रम को करने के बाद भी साक्षरता परीक्षा में शामिल नहीं हो पायी हैं, चाहे जो भी कारण हो, वे मार्च 2017 में होने वाली साक्षरता परीक्षा में शामिल हो सकेंगी.

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