बिहार में बाढ़ से 22 की मौत, 23.71 लाख आबादी प्रभावित, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

पटना : बिहार में गंगा सहित अन्य नदियों में हाल में आयी बाढ़ से अबतक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 23.71 लाख आबादी प्रभावित है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक हाल में आयी बाढ से 12 भोजपुर जिला में, 6 वैशाली में, 2 भागलपुर में और एक, एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2016 10:32 PM

पटना : बिहार में गंगा सहित अन्य नदियों में हाल में आयी बाढ़ से अबतक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 23.71 लाख आबादी प्रभावित है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक हाल में आयी बाढ से 12 भोजपुर जिला में, 6 वैशाली में, 2 भागलपुर में और एक, एक बक्सर और लखीसराय में मौत हुई है. उल्लेखनीय है कि गत 14 अगस्त के पूर्व बिहार में महानंदा, बखरा, कंकई, परमार, कोसी एवं अन्य नदियों में आई बाढ़ से राज्य के कुल 14 जिले पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर एवं सारण जिला बाढ़ से प्रभावित हुए थे और 95 लोगों की जान गयी थी पर धीरे धीरे जल स्तर में कमी आने से कल तक इन जिलों में बाढ़ की स्थिति समाप्त हो गयी थी.

राहत शिविरों में रह रहे हैं एक लाख से ज्यादा लोग

बिहार में इन दिनों गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र नदी किनारे वाले इलाके: बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं. इन जिलों के 59 प्रखंडों के कुल 1115 गांव की 23.71 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है जिनमें से एक लाख 7 हजार लोग 179 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बिहार में फिर से आई बाढ़ से प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है. प्रभावित लोगों को दियारा क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में लाया जा रहा है, जहां उनके लिए भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है.

एनडीआरएफ की टीम तैनात

बाढ़ प्रभावित इलाकों में 1507 नावों का परिचालन किया जा रहा है तथा एनडीआरएफ 9 टीमें और एसडीआरएफ की 11 टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं. राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से एनडीआरएफ की 5 अतिरिक्त टीम की मांग की गयी थी जिनमें से 4 टीम आज वायुसेना के विशेष विमान से पटना एवं एक टीम भागलपुर पहुंच चुकी है. आज भी गंगा नदी का जल स्तर चार स्थानों बक्सर, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में उच्चतम स्तर पर बने रहने के कारण प्रदेश में बाढ़ की स्थिति विकट बनी रही.

जल स्तर में कमी की संभावना

केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक आज सुबह 6 बजे गंगा नदी का जल स्तर बक्सर जिला :61.21 मीटर:, पटना जिला के दीघा घाट :52.12 मीटर, गांधी घाट :50.52:, हाथीदह :43.18:, मुंगेर :40.00 मीटर:, भागलपुर :34.56 मीटर: और कहलगांव :32.62 मीटर: में उच्चतम स्तर पर रहा. केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगा नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे बक्सर, दीघाघाट, गांधीघाट, हाथीदाह, मुंगेर और कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमश: 89 सेमी, 117 सेमी, 150 सेमी, 138 सेमी, 67 सेमी और 153 सेमी ऊपर था. गंगा नदी के जल स्तर में कल प्रात: 8 बजे तक गांधी घाट, दीघा घाट, कल दोपहर 12 बजे तक बक्सर में 15 सेमी और कल रात्रि 10 बजे तक कहलगांव में क्रमश: 11 सेमी, 15 सेमी एवं 08 से.मी. की वृद्धि होने जबकि कल प्रात: 8 बजे हाथीदह में 12 सेमी और मुंगेर में 07 सेमी की कमी होने की संभावना है.

सोन के जल स्तरमेंवृद्धि की संभावना

गंगा नदी में पटना के मनेर में मिलने वाली सोन नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे वहां खतरे के निशान से 129 सेमी ऊपर था. ज्ञातव्य है कि सोन नदी का जल स्तर मनेर में वर्ष 1976 में उच्चतम जल स्तर 53.79 मीटर मापा गया था. आज प्रात: 6 बजे इस नदी का जल स्तर मनेर में उच्चतम जल स्तर से 50 सेमी नीचे था. इसके जल स्तर में कल प्रात: 8 बजे तक 20 सेमी की वृद्धि होने कि संभावना है. सोन नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे कोईलवर में खतरे के निशान से 100 सेमी नीचे था. इसके जलस्तर में कल प्रात: 8 बजे तक 73 सेमी कि वृद्धि होने की संभावना है. पुनपुन नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे पटना के श्रीपालपुर में खतरे के निशान से 141 सेमी ऊपर था. इसके जल स्तर में कल प्रात: 8 बजे तक 19 सेमी कि वृद्धि होने की संभावना है.

गंडक और घाघरा का जल स्तर

घाघरा नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे गंगपुर, सिसवन में खतरे के निशान से 0.08 सेमी और जबकि दरौली एवं छपरा में खतरे के निशान से क्रमश: 80 सेमी एवं 34 सेमी नीचे था. इसके जल स्तर में कल प्रात: 8 बजे तक दरौली एवं आज रात्रि 12 बजे छपरा में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने जबकि कल प्रात: 4 बजे गंगपुर, सिसवन में 08 सेमी की कमी होने कीसंभावना है. गंडक नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे हाजीपुर में खतरे के निशान से 27 सेमी नीचे था. इसके जल स्तर में आज रात्रि 12 बजे तक कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है.

रात में हल्की वर्षा की संभावना

बूढ़ी गंडक नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे खगडिया में खतरे के निशान से 207 सेमी नीचे था. इसके जल स्तर में कल प्रात: 6 बजे तक 15 सेमी कि कमी होने कि संभावना है. कोसी नदी का जल स्तर आज प्रात: 6 बजे कुरसेला में खतरे के निशान से 136 सेमी ऊपर था जबकि बलतारा में खतरे के निशान से 14 सेमी नीचे था. इसके जल स्तर में कल प्रात: 6 बजे तक बलतारा में 18 सेमी की वृद्धि होने जबकि कुरसेला में 05 सेमी की कमी होने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार कल प्रात: तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने कि संभावना है.

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