रूसा करेगा विवि व कॉलेजों की मॉनीटरिंग
पटना : राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान (रूसा) राज्य के विश्वविद्यालय और कॉलेजों की मॉनीटरिंग करेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग योजना तैयार कर रहा है. सभी कॉलेजों में शैक्षणिक माहौल विकसित करने के लिए रूसा को यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. इसके लिए विशेष रूप से कार्यक्रम तैयार किये गये हैं. कॉलेजों में जब तक […]
पटना : राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान (रूसा) राज्य के विश्वविद्यालय और कॉलेजों की मॉनीटरिंग करेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग योजना तैयार कर रहा है. सभी कॉलेजों में शैक्षणिक माहौल विकसित करने के लिए रूसा को यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. इसके लिए विशेष रूप से कार्यक्रम तैयार किये गये हैं. कॉलेजों में जब तक स्थायी असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं होती है तब तक एडहॉक पर शिक्षकों की बहाली की जायेगी.
उच्च शिक्षा संस्थानों में विकास कार्यक्रमों को तेजी से लागू करने केलिए तैयारी शुरू हो गयी है. रूसा का दावा है कि राज्य उच्च शिक्षा में ग्रास इनराल्मेंट रेसियो 15 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है.
पिछले साल उच्च शिक्षा में ग्रास इनरॉलमेंट 13 फीसदी था. इसमें दो फीसदी से अधिक की वृद्धि का अनुमान जताया गया है. रूसा के उपाध्यक्ष प्रो. कामेश्वर झा ने कहा कि ग्रास इनरालमेंट रेसियो में और बढ़ोतरी होगी, क्योंकि एडमिशन का अंतिम आंकड़ा विश्वविद्यालयों से अभी नहीं आया है.
विश्वविद्यालयों से 29 तक मांगा गया उपयोगिता प्रमाण पत्र
रूसा सभी विश्वविद्यालों को 29 अगस्त तक उपयोगिता प्रमाण पत्र देने का निर्देश दिया है. तभी विवि-कॉलेजों के वेतन की राशि जारी हो सकेगी. रूसा ने नैक की मान्यता वाले कॉलेजों को भी राशि दी है.
ललित नारायण मिथिला विवि को 10 करोड़ और 27 कॉलेजों को एक-एक करोड़ रुपये की राशि जारी की गयी थी. तीन महीने के बाद भी इस राशि के खर्च का ब्योरा नहीं दिया गया. इस पर रूसा ने 31 की बैठक में उपयोगिता प्रमाण पत्र लाने का निर्देश दिया है. अगर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए गए तो रूसा इन कॉलेजों को अगली किश्त की राशि जारी नहीं करेगा.