पटना : पटना, सीवान, सारण व वैशाली में गंगा, सोन, घघरा व गंडक का पानी घटने से गुरुवार को राहत मिली, लेकिन भागलपुर इलाके में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. भागलपुर में गंगा नदी के जल स्तर में पांच सेंटीमीटर की वृद्धि हुई. शुक्रवार को इसमें और बढ़ोतरी की संभावना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को भागलपुर और आसपास के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेंगे.
वे वहां राहत शिविरों का भी जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी भी रहेंगे. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना में गंगा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लेकिन, गुरुवार को पटना व इसके आसपास के इलाके में गंगा, सोन के जल स्तर में कमी आयी. उन घाटों पर भी गंगा का पानी कम हुआ है, जहां पर पानी का लेवल दोबारा बढ़ गया था. गांधी घाट, बांस घाट, रानी घाट, कलेक्ट्रिएट घाट, दीघा घाट सभी जगहों से पानी घटा है, लेकिन फतुहा में पुनपुन की धार में कोई कमी नहीं आयी है. जल स्तर में कमी नहीं होने से फतुहा, दनियावां सहित आस-पास के कई गांव जलमग्न हैं. बख्तियारपुर में एनएच 31 पर अब भी डेढ़ फुट से अधिक पानी है, जिससे गाड़ी व लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. हालांकि, एनएच 30 से पानी निकला है. मनेर में भी गंगा व सोन के जल स्तर में कमी आयी है और मनेर में जिन जगहों पर पानी दोबारा से भर गया था, वहां से भी पानी घटा है. शुक्रवार को यहां गंगा व सोन के जल स्तर में और कमी आयेगी, जबकि पुनुपन के जल स्तर में 16 सेमी की बढ़ोतरी की संभावना है.
घाघरा ने भी सीवान-सारण के लोगों को राहत दी है. दोनों जिलों में घाघरा खतरे के निशान से 14 से 24 सेंटीमीटर नीचे आ गयी है. शुक्रवार तक इसके जल स्तर में 14 से 19 सेंटीमीटर और कमी आयेगी. हाजीपुर में गंडक भी खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर नीचे आ गयी है. अगले 24 घंटों में इसके जल स्तर में 23 सेंटीमीटर और गिरावट आयेगी. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राज्य में हल्की वर्षा की संभावना जतायी है.
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार 12 जिलों के 1934 गांवों के 31.33 लाख लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं. अब तक लगभग साढ़े तीन लाख लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि 12 जिलों में बाढ़ के कारण अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है. भोजपुर में 12, वैशाली में सात, भागलपुर में दो, बक्सर में एक, लखीसराय में एक, समस्तीपुर में छह, खगड़िया में दो, सारण में पांच और मुंगेर में एक की मौत हो चुकी है.
बाढ़पीड़ित पौने दो लाख लोगों को 433 शिविरों में रखा गया है. पशुओं के लिए 108 शिविर चलाये जा रहे हैं. राहत और बचाव में अब भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा 2333 नावों का उपयोग किया जा रहा है. आपदा प्रबंधन के अधिकारी ने बताया कि राहत और बचाव में एसडीआरएफ की चार टीमें भोजपुर में, दो टीम बेगूसराय में, तीन टीम भागलपुर में, एक टीम खगड़िया में, एक टीम सारण में और एक टीम समस्तीपुर में काम कर रही है.
इसके अतिरक्ति रोहतास, औरंगाबाद, पूर्णिया और मधेपुरा में भी एसडीआरएफ की एक-एक टीम को तैनात रखा गया है. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की नौ टीमें पटना जिले में, एक टीम बक्सर में, एक टीम छपरा में और चार टीम वैशाली, एक टीम समस्तीपुर, एक टीम भागलपुर में, एक टीम बेगूसराय में और एक टीम मुंगेर में काम कर रहा है. तीन अतिरक्ति टीम दीदारगंज (पटना) और एक टीम सुपौल में सुरक्षित रखा गया है.
कौन-कौन नदियां डेंजर-लेबल से ऊपर
नदी जगह कितना ऊपर आज
गंगा दीघा घाट, पटना 133 सेमी 26सेमी घटेगा
गंगा गांधी घाट, पटना 155 सेमी 17 सेमी घटेगा
गंगा मोकामा 135 सेमी 06 सेमी बढ़ेगा
गंगा बक्सर 94 सेमी 04 सेमी घटेगा
गंगा कहलगांव, भागलपुर 165 सेमी 06 सेमी बढ़ेगा
गंगा मुंगेर 73 सेमी 06 सेमी बढ़ेगा
सोन मनेर, पटना 129सेमी 26 सेमी घटेगा
पुनपुन पटना 206 सेमी 16 सेमी बढ़ेगा
बूढ़ी गंडक खगड़िया 208 सेमी 07 सेमी बढ़ेगा
कोसी कटिहार 134 सेमी 09 सेमी बढ़ेगा
इस तरह गुरुवार को गांधी घाट का घटा जल स्तर
सुबह
– 08 बजे 50.14 मीटर
– 10 बजे 50.13 मीटर
– 11 बजे 50.12 मीटर
दोपहर
– 12 बजे 50.11 मीटर
– 01 बजे 50.10 मीटर
– 02 बजे 50.09 मीटर
शाम
– 03 बजे 50.09 मीटर
– 06 बजे 50.07 मीटर
शिविर में बेटी के जन्म पर ~15000, तो बेटे के जन्म पर मिलेंगे ~10000
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को बाढ़ राहत शिविरों का दौरा किया. उन्होंने मनेर से दानापुर होते हुए बख्तियारपुर तक के राहत शिविरों का जायजा लिया और वहां की व्यवस्था का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में बेटी के जन्म पर 15 हजार रुपये और बेटे के जन्म पर 10 हजार रुपये देने का निर्देश सभी जिलों को दिया. उन्होंने कहा कि यह खर्च मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जायेगा. इसके पहले मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना के साथ ही मनेर से बख्तियारपुर तक के राहत शिविरों में तैनात अधिकारी सजग रहे. पीड़ितों के लिए धोती, साड़ी, सेनेटरी नैपकिन, बच्चों के कपड़े आदि खरीद कर बांटे गये.
बाढ़पीड़ितों के बीच साबुन, सुगंधित तेज, आईना, कंघी भी बांटे गये.
मुख्यमंत्री ने मनेर के राहत शिविर में चापाकल के पास जलजमाव पर अधिकारियों को अविलंब जल निकासी का निर्देश दिया. राहत शिविरों में गंदगी हर हाल में दूर करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जगह-जगह ब्लिचिंग पाउडर, फिनाइल की गोली से सफाई का इंतजाम करें. मुख्यमंत्री ने रोशनी, शुद्ध पेयजल, खाना बनाने की जगह की सफाई की भी हिदायत दी. उन्होंने राहत शिविरों में रह रहे लाेगों से मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली. अधिकारियों को शिविर में लोटा, थाली और गिलास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने कम्युनिटी किचेन चलाने, महिलाओं को साड़ी के साथ सेनेटरी नैपकिन, पुरुषों को गमछा व बच्चों को पाेशाक भी देने पुरुष व महिलाओं के लिए अलग-अलग पर्याप्त शौचालय और लोगों के आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया.
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अतीश चंद्रा व मनीष वर्मा, आइजी नैयर हसनैन खान, डीआइजी शालीन, डीएम संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज मौजूद थे. मनेर में विधायक भाई वीरेंद्र व बख्तियार में विधान पार्षद नीरज कुमार मौजूद थे.
जहां मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण
उच्च माध्यमिक विद्यालय, मनेर, राजकीय मध्य विद्यालय, मेहनामा, मनेर, बलदेवा हाइस्कूल, दानापुर, बालिका विद्यापीठ, कुर्जी, दीदारगंज बाजार समिति स्थित शिविर, आदर्श मध्य विद्यालय, घोसवरी, राजकीय मध्य विद्यालय, अथमलगोला व बख्तियारपुर का राहत शिविर