खराब स्कूलों के अच्छे बच्चे पढ़ेंगे शहर में

पटना : राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी बच्चों को सरकार शहरों में पढ़ायेगी. इसके लिए सरकार विशेष योजना बना रही है. किसी स्कूल में अगर बच्चे मेधावी हैं और वहां उच्च कोटि के शिक्षक नहीं हैं व स्कूल में संसाधनों की कमी है तो वैसे स्कूल के उन मेधावी बच्चों वैसे स्कूल जहां संसाधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2016 2:30 AM
पटना : राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी बच्चों को सरकार शहरों में पढ़ायेगी. इसके लिए सरकार विशेष योजना बना रही है. किसी स्कूल में अगर बच्चे मेधावी हैं और वहां उच्च कोटि के शिक्षक नहीं हैं व स्कूल में संसाधनों की कमी है तो वैसे स्कूल के उन मेधावी बच्चों वैसे स्कूल जहां संसाधन पूरे हैं वहां ले जाकर पढ़ाया जायेगा.
शिक्षा मंत्री के आदेश के बाद माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. इसके लिए सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि स्कूलों में होने वाली मासिक, छमाही और वार्षिक परीक्षा में बच्चों के रिजल्ट के आधार पर उनका चयन किया जाये और अगले साल से उन्हें ऐसे एक स्कूलों में जगह दी जाये. इसके बाद उस स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में भी विकसित किया जायेगा. यह स्कूल संबंधित जिले के प्रखंड, अनुमंडल या फिर जिले में हो सकता है.
अगर बच्चों को आवासीय समस्या हुई, तो सरकार अपनी ओर से व्यवस्था करायेगी. यही पद्धति शिक्षकों के साथ भी लागू की जायेगी. शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में विषय वार मॉनीटरिंग करने के लिए जिलों को निर्देश भी दिया है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जिम्मा दिया जा रहा है.
मैट्रिक के खराब रिजल्ट के बाद सरकार का फैसला : राज्य सरकार ने यह फैसला मैट्रिक परीक्षा की खराब हुई रिजल्ट के बाद लिया है. मैट्रिक में जिस प्रकार कई विषयों में छात्र-छात्राओं को अपेक्षित सफलता नहीं मिली, वैसे ‌विषय के शिक्षकों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही थी. उन्हें एक और मौका देते हुए अगले साल का रिजल्ट का इंतजार कर रही है. अगर अगले साल भी उन स्कूलों में रिजल्ट खराब होता है, तो वैसे शिक्षकों को रिप्लेश किया जायेगा.

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