उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिलीं, तो केंद्राधीक्षकों पर होगी प्राथमिकी

पटना : मैट्रिक और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने और नहीं मिलने का मामला गंभीर होता जा रहा है. समिति की ओर से कई बार मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं को खोजा जा रहा है. कुछ जगहों पर उत्तर पुस्तिकाएं मिली भी हैं, लेकिन अब भी हजारों कॉपियां गायब हैं. उत्तर पुस्तिकाओं को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2016 1:48 AM
पटना : मैट्रिक और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने और नहीं मिलने का मामला गंभीर होता जा रहा है. समिति की ओर से कई बार मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं को खोजा जा रहा है. कुछ जगहों पर उत्तर पुस्तिकाएं मिली भी हैं, लेकिन अब भी हजारों कॉपियां गायब हैं. उत्तर पुस्तिकाओं को खोजने के लिए समिति ने फिर मूल्यांकन केंद्र पर मैसेंजर को भेजा है. अगर उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिलेंगी, तो ऐसी स्थिति में समिति की ओर से मूल्यांकन केंद्राधीक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.

बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक की 1200 उत्तर पुस्तिकाएं अभी भी गायब हैं. वहीं, इंटर की 11 हजार उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिल पा रही हैं. इन कॉपियों को खोजने के लिए बार-बार मूल्यांकन केंद्रों पर मैसेंजर को भेजा जा रहा है, लेकिन कॉपियों का पता नहीं चल पाया है. नहीं मिलने पर संबंधित केंद्राधीक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
स्ट्रांगरूम में रखी जाती हैं कॉपियां : मैट्रिक और इंटर के मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिकाओं को जिन मूल्यांकन केंद्र रखा जाता है, उसकी पूरी जिम्मेवारी वहां के केंद्राधीक्षक पर होती है.
कॉलेज या स्कूल में एक स्ट्रांग रूम बनाया जाता है. उसमें ही सारी उत्तर पुस्तिकाएं रखी जाती हैं. हर दिन उत्तर पुस्तिकाओं को नंबर के अनुसार शिक्षकों को एलॉट किया जाता है. जांच के बाद फिर उत्तर पुस्तिकाओं को स्ट्रांग रूम में ही केंद्राधीक्षक के संरक्षण में रखा जाता है. किस जिले की उत्तर पुस्तिकाएं केंद्र में आयी हैं, इसकी जानकारी केवल संबंधित केंद्राधीक्षकों को ही होती है.

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