भाजपा के राज्यों में दलितों पर अत्याचार
पटना : जेएनयू के प्रो हरीश वाणखेरे ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद दलितों, महिलाओं व कमजोर वर्गों पर हमला और अत्याचार की घटनाएं बढ़ गयी हैं. इसमें सबसे अधिक भाजपा शासित राज्यों में घटनाएं हुई हैं. हरीश शनिवार को बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन द्वारा आयोजित दलितों पर […]
पटना : जेएनयू के प्रो हरीश वाणखेरे ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद दलितों, महिलाओं व कमजोर वर्गों पर हमला और अत्याचार की घटनाएं बढ़ गयी हैं. इसमें सबसे अधिक भाजपा शासित राज्यों में घटनाएं हुई हैं. हरीश शनिवार को बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन द्वारा आयोजित दलितों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ राज्य स्तरीय कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गुजरात के ऊना में पांच दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई की गयी, जिससे पूरा देश आंदोलित हो गया. इस घटना ने केंद्र सरकार की दलित समर्थक होने की सच्चाई भी सामने ला दी है.
वहीं जेएनयू के प्रो एसएन मालाकार ने कहा कि भारतीय समाज में दलित ही असली सर्वहारा है. दलित अपने पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ तनकर खड़ा हो जाये, तो मनुवादी खुद-व-खुद भाग जायेंगे. उन्होंने कहा कि दलितों को संगठित हो अन्याय व अत्याचार के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन को तेज करने की जरूरत है.
प्रस्ताव हुआ पास
यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव नागेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और 70 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है और खेती करती है. इसमें बड़ी आबादी दलितों की है, जो खेत मजदूर है. इसके बावजूद इन दलितों पर होने वाले अत्याचार असहज करने वाली है. कन्वेंशन में बाढ़ राहत व बचाव पर प्रस्ताव पारित किया गया. निर्णय लिया गया कि दलितों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ 30 सितंबर को सभी प्रखंड में धरना प्रदर्शन किया जायेगा.