प्राइवेट गाड़ियों का कॉमर्शियल इस्तेमाल

मसौढ़ी : अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी ,धनरूआ एवं पुनपुन में छोटी गाड़ियों के मालिक सरकार को टैक्स के रूप में लाखों का चूना लगा रहे हैं. तीनों प्रखंडों में खास कर बोलेरो व स्काॅर्पियो समेत अन्य छोटी गाड़ियों के मालिकों द्वारा परिवहन विभाग की उदासीनता का फायदा उठा कर अपनी गाड़ियों का कॉमर्शियल गाड़ियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 6:10 AM
मसौढ़ी : अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी ,धनरूआ एवं पुनपुन में छोटी गाड़ियों के मालिक सरकार को टैक्स के रूप में लाखों का चूना लगा रहे हैं. तीनों प्रखंडों में खास कर बोलेरो व स्काॅर्पियो समेत अन्य छोटी गाड़ियों के मालिकों द्वारा परिवहन विभाग की उदासीनता का फायदा उठा कर अपनी गाड़ियों का कॉमर्शियल गाड़ियों का रूप में उपयोग किया जा रहा है. वहीं, बड़ी गाड़ियों में ओवर लोडिंग का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इस पर रोक के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं है.
गौरतलब है कि गाड़ियों का परिवहन विभाग से दो तरह का रोड टैक्स लिया जाता है निजी व कॉमर्शियल के रूप में . बताया जाता है कि निजी गाड़ियों का टैक्स एक ही बार में एकमुश्त परिवहन विभाग ले लेता है , लेकिन काॅमर्शियल वाहनों का टैक्स निजी वाहन से कई गुणा अधिक होता है. साथ ही उसे प्रत्येक साल परिवहन विभाग से वाहन का फिटनेस भी लेना पड़ता है.
इधर, टैक्स कम लगे और फिटनेस के लिए चक्कर न लगाना पड़े इसी को ध्यान में रख कर गाड़ी मालिक निजी वाहन के रूप में परिवहन विभाग से निबंधन करा धड़ल्ले से उसे काॅमर्शियल के रूप मे उपयोग कर सरकार की एक बड़ी राशि टैक्स के रूप चोरी कर रहे हैं .अनुमंडल के तीनों प्रखंडों में ऐसी गाड़ियों की संख्या सैकड़ों में है ,जो बेहिचक पूरे दिन एक निश्चित स्थानों पर खड़ी रहती हैं और जरूरतमंद वहां पहुंच कर गाड़ी को ठीक कर अपने गंतव्य के लिए जाते हैं. इतना ही नहीं यहां अस्पताल के नजदीक ऐसे दर्जनों वाहन मौजूद रहते हैं, जो गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाते हैं. हालांकि, यहां एंबुलेंस भी मौजूद हैं, लेकिन गाड़ीवाले एंबुलेंस से कम भाड़ा पर अपनी गाड़ी दे देते हैं. लिहाजा एंबुलेंस खड़ा-का-खड़ा ही रह जाता है.
क्या कहते हैं अपर जिला परिवहन पदाधिकारी
इस संबंध में अपर जिला परिवहन पदाधिकारी पुरुषोत्तम ने बताया कि फिलहाल बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में कार्य कर रहा हूं .ऐसी जानकारी हमें भी मिली है. इस संबंध में एसडीओ से बात कर अभियान चला कर इस दिशा मे कार्य किया जायेगा. ऐसी गाड़ियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी. ओवरलोडिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि मसौढ़ी में गाड़ी जब्त कर रखने की जगह नहीं है .इस वजह से पटना में जीरो माइल पर ही इसकी जांच की जाती है.

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