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हैकर ने 95 हजार निकाल IRCTC को कर दिया पेमेंट

बहन की शादी के लिए शहबाज के खाते में चाचा ने सऊदी अरब से भेजे थे 1.50 लाख, हैकर ने खाते से उड़ा लिया पैसा छपरा के टाउन थाने में दर्ज है मामला पटना : शहबाज अहमद की बहन की शादी थी. चाचा सऊदी अरब रहते हैं. शादी से पहले भतीजे के एकाउंट में 1.50 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 6:17 AM
बहन की शादी के लिए शहबाज के खाते में चाचा ने सऊदी अरब से भेजे थे 1.50 लाख, हैकर ने खाते से उड़ा लिया पैसा
छपरा के टाउन थाने में दर्ज है मामला
पटना : शहबाज अहमद की बहन की शादी थी. चाचा सऊदी अरब रहते हैं. शादी से पहले भतीजे के एकाउंट में 1.50 लाख रुपये डाल दिये. अगले दिन वह हथुआ मार्केट छपरा में मौजूद एटीएम पहुंचा और बैलेंस चेक किया. पैसा आ चुका था. उसने चाचा को फोन पर इत्तला कर दिया कि पैसा आ गया है.
खाते से एक हजार रुपये निकाला भी. लेकिन, दूसरे दिन जब वह पैसा विड्राॅल कराने बैंक पहुंचा और पुरजा भरा, तो कैशियर ने बताया कि खाते में तो करीब 54 हजार ही हैं. इस पर वह अवाक रह गया. बैंक के माध्यम से ही पता चला कि उसका पैसा बैंक एकाउंट हैक कर आइआरसीटीसी को 95 हजार 229 रुपये पेमेंट कर दिया गया है. यह काम ऐसे शख्स ने किया है, जो आइआरसीटीसी से जुड़ कर रेलवे का टिकट निकालता है. शहबाज का कहना है कि न तो उसके पास फोन आया था और न ही उसने किसी को एटीएम का पासवर्ड बताया है. बावजूद ऐसा हुआ है. फिलहाल साइबर सेल की मदद से पुलिस हैकर तक पहुंचने वाली है.
रिपोर्ट तैयार है, पर आइओ के पास पटना आने का समय नहीं
छपरा टाउन में तैनात दारोगा जमशेद आलम इस केस के आइओ हैं. साइबर सेल से फोन आने के बाद वह अपने आइओ के पास गये और साइबर सेल में उनकी बात करायी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आइओ रिपोर्ट लेने अब तक साइबर सेल नहीं पहुंचा है. आइओ ने इस संबंध में बताया कि उसके पास अनुसंधान के लिए 50 से अधिक केस हैं. उसे पटना में एक और काम है. जिस दिन पटना जायेगा, उसी दिन सेल से रिपोर्ट लेकर आयेगा. इसे दारोगा पर ओवरलोड कहें या लापरवाही, लेकिन इसी तरह के पेच और सुस्ती के कारण पीड़ितों को समय पर न्याय नहीं मिल पाता है.
(नोट : अगर आपके साथ भी आॅनलाइन फ्रॉड केस हुआ, तो हमें इस मोबाइल नंबर 9905929606 पर बताएं. हम आपकी घटना को प्रकाशित करेंगे.)
छपरा निवासी शहबाज अहमद के साथ यह घटना जनवरी 2016 में घटी. इस मामले को लेकर वह थाने से लेकर एसपी तक से मिला, फिर पुलिस ने केस दर्ज कर शांत हो गयी. उसका पैसा कैसे रिकवर होगा, इसका पता नहीं चल रहा था. इस पर वह डीजीपी से मिला और पूरी बात बतायी. डीजीपी ने इस केस को गंभीरता से लिया और साइबर सेल में इस केस को भेज कर जांच करायी. अब केस की जांच साइबर सेल ने पूरी कर ली है. जांच में बाहर की एजेंसियों की भी मदद ली गयी है. अब रिपोर्ट साइबर सेल के पास आ चुकी है. साइबर सेल ने शहबाज को फोन कर बताया है कि वह अपने आइओ को साइबर सेल भेजें, उन्हें रिपोर्ट दी जायेगी.

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