बाढ़ व अकाल को लेकर सीपीएम का धरना

मनेर. पड़ावपर के नजदीक मंगलवार को मनेर क्षेत्र को बाढ़ व अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. धरना से पूर्व सीपीएम के नेताओं ने बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया. उधर विधायक भाई वीरेंद्र ने बाढ़पीड़ितों के बीच सामग्री वितरण किया. धरना को संबोधित करते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 6:29 AM
मनेर. पड़ावपर के नजदीक मंगलवार को मनेर क्षेत्र को बाढ़ व अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. धरना से पूर्व सीपीएम के नेताओं ने बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया. उधर विधायक भाई वीरेंद्र ने बाढ़पीड़ितों के बीच सामग्री वितरण किया.
धरना को संबोधित करते हुए राज्य सचिव रासबिहारी सिंह ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ पर सर्वदलीय बैठक बुला कर सर्वसम्मति से बाढ़पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा व अगली फसल के लिए समय पर बीज व खाद मुहैया करायी जाये. बाढ़ पर हो रही राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि नेता लोग सिर्फ बाढ़ राहत शिविर का दौरा कर वापस चले जा रहे हैं. शिविर में रहनेवालों के लिए पीने के लिए साफ पानी तक की व्यवस्था नहीं है.
पशुचारा के नाम पर बंदरबांट हो रहा है. अभी तक किसी भी पशुपालक ने नहीं कहा कि उसे पर्याप्त मात्रा में पशुचारा मिल रहा है. धरने की अध्यक्षता का ओमप्रकाश शर्मा ने की. संचालन ब्रजमोहन सिंह ने किया. मौके पर देवेंद्र चौरसिया, सरिता पांडे, सुरेश राय, मनोज कुमार आदि मौजूद थे. वहीं, मनेर प्रखंड कार्यालय परिसर में बाढ़ राहत में हो रहे भेदभाव व अन्य मुद्दों को लेकर आमरण अनशन पर दो दिनों से बैठे माले नेता रामकुमार व कामेश्वर यादव से मिलने पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद मनेर पहुंचे.
बाढ़पीड़ितों के बीच विधायक ने बांटी राहत सामग्री : प्रखंड के दियारे की छह पंचायतों के बाढ़पीड़ितों के बीच राहत शिविरों में स्थानीय विधायक भाई वीरेंद्र ने सोमवार की रात राहत सामग्री का वितरण किया. इस दौरान विधायक भाई वीरेंद्र ने बाढ़पीड़ितों के बीच कपड़ा, अनाज बरतन आदि का वितरण किया. मौके पर राजद नगर अध्यक्ष अखिलेश यादव व सोनू कुमार समेत दानापुर के डीसीएलआर, मनेर के बीडीओ व सीओ मौजूद थे.
खराब चापाकल किये जायेंगे दुरुस्त
पटना. बाढ़ग्रस्त इलाके में बाढ़ के पानी में डूबे हुए चापाकल को साफ कर उसे चालू किया जायेगा. इसके लिए चापाकल में ब्लीचिंग पाउडर
डाला जायेगा. इसके बाद पानी की शुद्धता के लिए उसमें हैलोजन
टेबलेट डाला जायेगा. चापाकल के अंदर बाढ़ के पानी से हुई गंदगी को साफ करने के लिए यह काम होगा. साथ ही गंदगी की वजह से खराब हो चुके चापाकल की मरम्मत कर उसे चालू किया जायेगा.

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