पटना : केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ ग्यारह सेंट्रल ट्रेड यूनियंससमेतकईसंगठनोंने शुक्रवार को देशव्यापी आम हड़तालबुलाई हैं. देशव्यापी इस हड़ताल का व्यापक असर बिहार में देखने को मिल रहा है. बैंकिंग और ट्रांसपोर्ट सेक्टर जुड़े तमाम संगठन भी हड़ताल में शामिल हो कर सक्रिय तौर पर सड़कों पर उतर चुके हैं. इसके कारण बैंक, बीमा, बीएसएनएल के कार्यालय रहे बंदरहेऔर अधिकतर निजी बसें व ऑटो भी नहीं चले.
ऑटो रिक्शा चालक संघों, सेल्स रिप्रेजेंटेटिव यूनियन, आशा-आंगनवाड़ी संघ, ठेका-मानदेय-संविदा पर काम कर रहे संगठनों ने भी समर्थन दिया है. बिहार की राजधानी पटना समेत राज्य के अलग-अलग हिस्से में भी हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. पटना स्थित बैंकों समेत बीमा कंपनियों के दफ्तरों में भी ताले लटक रहे हैं. राज्य के कई इलाकों में सड़क और रेल यातायात के प्रभावित होने की भी खबर है.
हड़ताली नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम सुधारों के नाम पर कॉरपोरेट घरानों के दबाव में श्रमिक हितों से संबंधित कानूनों को लगातार रद्द कर रही है. संगठन बनाने और हक की आवाज बुलंद करने को भी न सीमित किया जा रहा है बल्कि उसे खत्म करने की तैयारी है. मालूम हो कि कई महीनों से आम-हड़ताल को सफल बनाने की तैयारीकीजा रहथी.