पांच जिलों के मदरसा व 11 संस्कृत स्कूल बनेंगे मॉडल
पटना : राज्य के पांच जिलों के मदरसा और 11 राजकीय संस्कृत विद्यालयों को सरकार मॉडल बनायेगी. शिक्षा विभाग ने मदरसा और संस्कृत विद्यालयों का चयन कर लिया है और अब इसे मॉडल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. राज्य सरकार किशनगंज, कटिहार, सहरसा, सुपौल और अररिया में एक-एक मदरसे को मॉडल बनायेगी. वहीं, […]
पटना : राज्य के पांच जिलों के मदरसा और 11 राजकीय संस्कृत विद्यालयों को सरकार मॉडल बनायेगी. शिक्षा विभाग ने मदरसा और संस्कृत विद्यालयों का चयन कर लिया है और अब इसे मॉडल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. राज्य सरकार किशनगंज, कटिहार, सहरसा, सुपौल और अररिया में एक-एक मदरसे को मॉडल बनायेगी. वहीं, राजकीय संस्कृत विद्यालय आरा, मुजफ्फरपुर, छपरा, मोतिहारी, महिषी (सहरसा), फारबिसगंज (अररिया), मुंगेर, सुल्तानगंज (भागलपुर) और सौराठ (मधुबनी) को मॉडल विद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जायेगा.
इन संस्थानों को सारे संसाधनों
से लैस किया जायेगा. ये मॉडलमदरसे और संस्कृत विद्यालय दूसरे मदरसों व संस्कृत विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा के श्रोत बन सकेंगे. शिक्षा मंत्री ने सहरसा के महिषी स्थितमंडन मिश्र के शंकराचार्य से शास्त्रार्थ वाली भूमि का भी भ्रमण किया था.यहां के संस्कृत विद्यालय की जर्जरता पर उन्होंने नाराजगी जतायी थी. शिक्षा मंत्री ने पूर्णिया में बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड का क्षेत्रीय शाखा कार्यालय जल्द से जल्द खोलने का निर्देश दिया है.