डिस्पेंसरी की दवाओं का होगा डबल टेस्ट

बिहार इएसआइसी ने लिया फैसला 11 दवाएं टेस्ट होकर आ चुकी हैं, कुल 24 दवाओं का रिजल्ट पॉजिटिव पटना : अब कर्मचारी बीमा निगम इएसआइसी के अस्पताल और डिस्पेंसरी में दवाएं डबल टेस्ट होकर जायेगी. एक बार बिहार सरकार उसे टेस्ट करेगी और दूसरी बार इएसआइसी इसे खुद अपने स्तर से प्राइवेट लैब में टेस्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2016 5:25 AM
बिहार इएसआइसी ने लिया फैसला
11 दवाएं टेस्ट होकर आ चुकी हैं, कुल 24 दवाओं का रिजल्ट पॉजिटिव
पटना : अब कर्मचारी बीमा निगम इएसआइसी के अस्पताल और डिस्पेंसरी में दवाएं डबल टेस्ट होकर जायेगी. एक बार बिहार सरकार उसे टेस्ट करेगी और दूसरी बार इएसआइसी इसे खुद अपने स्तर से प्राइवेट लैब में टेस्ट करने के बाद मुहैया करायेगा. बिहार राज्य कर्मचारी बीमा निगम ने यह फैसला लिया है और क्षेत्रीय निदेशक के मुताबिक पूरे देश में ऐसा करने वाली पहली राज्य इकाई है.
अब तक राज्य सरकार दवा खरीदती रही है लेकिन इस बार श्रम संसाधन विभाग ने राज्य कार्यकारिणी समिति बना कर दवा की खरीद राज्य चिकित्सा आयुक्त के जरिये की है. इसके कारण पहले विभाग ने जो टेंडर जारी किया उसमें सप्लायर द्वारा ही टेस्ट कर उसकी रिपोर्ट के साथ दवा की खरीद की गयी और उसके बादगुणवत्ता जांच के लिए इएसआइसी ने दोबारा इसका टेस्ट दिल्ली स्थितप्राइवेट लैब में कराने का फैसला किया है.
67 दवाएं भेजी गयी थीं जांच में
इसके तहत तालिका दर से खरीदी गयी कुल 67 दवाओं को लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा गया. करीब 35 दवाएं अब तक टेस्ट में पास हुई हैं जिसमें से 11 दवाएं टेस्ट होकर आ चुकी हैं.
वहीं कुल 24 दवाओं का रिजल्ट पॉजिटिव रहा है. टेस्ट होने के बाद आयी कुल 11 दवाएं डिस्पेंसरी में भेजने का निर्णय किया जा चुका है. यह सितंबर के पहले सप्ताह में राज्य के सभी डिस्पेंसरी और अस्पतालों में भेज दी जायेगी. इसमें से ज्यादातर दवाइयां रोजमर्रा की बीमारियों से जुड़ी हुई है. इसके बाद बाकी 24 दवाइयों की रिपोर्ट आने के बाद उसे अस्पतालों को हैंड ओवर किया जायेगा.
क्या होगा फायदा
सप्लाइ होने वाले दवाइयों की गुणवत्ता पकड़ में आयेगी
डबल चेक होने से दवाइयों का क्रास चेक होगा
सप्लायर द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी
बेहतर दवा होगी सप्लाइ
अस्पतालों और डिस्पेंसरी में बेहतर दवाइयां ही सप्लाइ हो इसलिए जांच का फैसला किया गया है. कई बार दवाओं की गुणवत्ता मानकों के मुताबिक नहीं होती. इस पर अब लगाम लगेगी. सितंबर के अंतिम सप्ताह तक 67 दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करा लेंगे.
अरविंद कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, पटना

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