हत्या जैसे अपराध में बिहार दूसरे स्थान पर : मोदी

पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है, पर हत्या जैसे जघन्य अपराध के मामले में बिहार देश में दूसरे स्थान पर है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के वर्ष 2015 के जो आंकड़े सार्वजनिक हुए हैं, उससे राज्य सरकार के अपराध नियंत्रण के सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2016 5:36 AM
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है, पर हत्या जैसे जघन्य अपराध के मामले में बिहार देश में दूसरे स्थान पर है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के वर्ष 2015 के जो आंकड़े सार्वजनिक हुए हैं, उससे राज्य सरकार के अपराध नियंत्रण के सभी दावे बेनकाब हो गये हैं. बिहार दंगा में पहले स्थान पर है.
शराबबंदी के बावजूद जून महीने में अपराध के आंकड़ों में भारी इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा है कि एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार दंगा (13311) मामलों के साथ बिहार जहां पहले स्थान पर है वहीं जघन्य अपराधों हत्या (3178), दहेज हत्या (1154) और डकैती में दूसरे स्थान पर है. मोदी ने कहा कि इस साल अप्रैल से शराबबंदी लागू होने के बाद अपराध कुछ घटे थे, लेकिन मई–जून से आपराधिक घटनाएं फिर बढ़ने लगी.
उन्होंने कहा कि अप्रैल के मुकाबले जून में बलात्कार की घटनाएं (61 की तुलना में 95) 55 फीसदी बढ़ी. शराबबंदी के बावजूद संज्ञेय अपराध में (14279 से बढ़ कर 17507) 22 फीसदी और हत्या की घटनाओं (192 से बढ़ कर 219) में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. डकैती में (23 से 35) 52 फीसदी और दंगा-फसाद में 59 फीसदी की वृद्धि हुई. रोड डकैती की (12 से बढ़ कर 23) घटनाओं में 92 फीसद और सड़क लूटपाट (73 से बढ़ कर 106) में 45 फीसदी का इजाफा हुआ, चोरी की घटनाएं 1636 से बढ़ कर 1931 हो गयी. अपराध दर लगातार बिहार आगे बढ़ रहा है.

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