दरअसल पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग पुलिस की वरदी पहन कर रात में वसूली कर रहे हैं. एसएसपी मनु महाराज ने इसकी जांच के लिए सभी डीएसपी व थानेदारों को चेकिंग में लगाया. इसी दौरान गोपालपुर और धनरुआ पुलिस को पता चला कि नेउरागंज मेें चल रहा प्रदूषण केंद्र फर्जी है. इसके बारे में डीटीओ कार्यालय से जानकारी ली गयी. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की. पूछताछ में फर्जी एमवीआइ की पहचान लल्लन के रूप में हुई. वह वरदी में था, उसके पांच अन्य सदस्य पुलिस को देख कर भागने लगे. इस पर उन्हें दौड़ा कर पकड़ा गया. पूछताछ में पता चला कि गौरीचक में भी उनका कार्यालय चलता है. इस पर गौरीचक में भी छापेमारी कर छह अन्य लाेगों को गिरफ्तार किया गया तथा दोनों कार्यालय का सामान कब्जे में लिया गया. यह गैंग रोजाना करीब 20 हजार रुपये की कमाई करता था. गैंग में कुल 15 लोग शामिल हैं, अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापा मारा जा रहा है.
Advertisement
फर्जी एमवीआइ बन वाहनों से ठगी, गिरफ्तार
पटना : बिहारमें पटना के गौरीचक और नेउरागंज में सड़क पर तीन साल से चल रही फर्जीवाड़े की कथित सरकारी दुकान शनिवार को सीज कर दी गयी. प्रदूषण जांच के नाम पर फिटनेस सर्टिफिकेट बांट कर दोनों हाथ से पैसा बटोरने वाले गैंग सरगना लल्लन और उसके 11 साथियों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया […]
पटना : बिहारमें पटना के गौरीचक और नेउरागंज में सड़क पर तीन साल से चल रही फर्जीवाड़े की कथित सरकारी दुकान शनिवार को सीज कर दी गयी. प्रदूषण जांच के नाम पर फिटनेस सर्टिफिकेट बांट कर दोनों हाथ से पैसा बटोरने वाले गैंग सरगना लल्लन और उसके 11 साथियों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से इलेक्ट्राॅनिक सामान बरामद किया गया है, जिसके माध्यम से कागजात तैयार किये जाते थे. खास बात यह है कि गैंग सरगना लल्लन एमवीआइ की वरदी पहन लेता था और उसके सहयोगी वाहनों को रोक कर प्रदूषण कागज चेक करते थे. उनसे तीन सौ से पांच सौ रुपये लेकर फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करते थे.
दरअसल पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग पुलिस की वरदी पहन कर रात में वसूली कर रहे हैं. एसएसपी मनु महाराज ने इसकी जांच के लिए सभी डीएसपी व थानेदारों को चेकिंग में लगाया. इसी दौरान गोपालपुर और धनरुआ पुलिस को पता चला कि नेउरागंज मेें चल रहा प्रदूषण केंद्र फर्जी है. इसके बारे में डीटीओ कार्यालय से जानकारी ली गयी. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की. पूछताछ में फर्जी एमवीआइ की पहचान लल्लन के रूप में हुई. वह वरदी में था, उसके पांच अन्य सदस्य पुलिस को देख कर भागने लगे. इस पर उन्हें दौड़ा कर पकड़ा गया. पूछताछ में पता चला कि गौरीचक में भी उनका कार्यालय चलता है. इस पर गौरीचक में भी छापेमारी कर छह अन्य लाेगों को गिरफ्तार किया गया तथा दोनों कार्यालय का सामान कब्जे में लिया गया. यह गैंग रोजाना करीब 20 हजार रुपये की कमाई करता था. गैंग में कुल 15 लोग शामिल हैं, अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापा मारा जा रहा है.
ये हुए गिरफ्तार
लल्लन प्रसाद, राधा कुमार, विनोद कुमार, सन्नी, दयानंद राय (निवासी दीवान मुहल्ला खाजेकलां), संजीव कुमार (गोरहट्टा खाजेकलां), राहुल कुमार, (गोपालपुर), धर्मेंद्र कुमार (जमनपुरा गौरीचक), राजू सिंह (बड़ी पटन देवी आलमगंज), संजय कुमार (नवाबघाट, खाजेकलां), सोनू कुमार (गंजपुर बिहटा) तथा सोनू कुमार (गायघाट, आलमगंज).
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement