इसे लेकर एफएसएल भी कन्फ्यूज है. जांच एजेंसी का कहना है कि चूंकि यह प्रदर्शन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के बैनर तले हुआ था. नारेबाजी में बहुत ज्यादा शोर-शराबा होनेे से पॉपुलर और पाकिस्तान शब्द आपस में मिले हुए सुनाई दे रहे हैं. इसलिए पॉपुलर फ्रंट जिंदाबाद बोला जा रहा है या पाकिस्तान जिंदाबाद, यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो रहा है.
इस कन्फ्यूजन की स्थिति में इसे राष्ट्र विरोधी नारा स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है. हालांकि रिपोर्ट में पाकिस्तान के झंडा को लहराने की बात साफतौर पर कही गयी है. इस दौरान मुस्लिम लीडर जाकिर नायक और अकबरुद्दीन ओबैसी के पक्ष में भी नारेबाजी हुई है. यह भी स्पष्ट हो गया है.