पटना : बिहार बोर्ड के टॉपर घोटाले में सोमवार को निगरानी की विशेष अदालत (प्रथम) में एसआइटी ने बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह समेत 32 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया. देर शाम कोतवाली थाने से लोहे की दो बॉक्स में बंद घोटाले का कच्चा चिट्ठा चार्जशीट के साथ कोर्ट में पेश किया गया. कुल 25 जब्ती सूची कोर्ट को मुहैया करायी गयी है, जिसके आधार पर घोटाले का आरोप अदालत के सामने पुलिस साबित करेगी. 4124 पेजों की केस डायरी, दो पेज की चार्जशीट के साथ सभी साक्ष्य निगरानी के विशेष जज राघवेंद्र कुमार सिंह के समक्ष पेश किये गये.
इन आरोपितों के खिलाफ हुई चार्जशीट
पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह व उनकी पत्नी पूर्व विधायक उषा सिन्हा, वैशाली के वीआर कॉलेज का प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय, पूर्व सचिव हरिहर नाथ झा व श्रीनिवास चंद तिवारी, राहुल कुमार, सौरभ श्रेष्ठ, आस्था श्रीवास्तव, रूबी राय, शंभुनाथ दास, संजीव कुमार सुमन, विशेश्वर प्रसाद यादव, रंजीत कुमार मिश्रा, शैल कुमारी, अजित शक्तिमान, संदीप कुमार झा, अनिल कुमार, वीणा कुमारी सिन्हा, प्रभात कुमार जायसवाल, नंदकिशोर यादव, डॉ कुमारी शंकुतला, निशू सिंह, रीता कुमारी, विकास चंद्रा, रामभूषण झा, अजय कुमार सिंह, विनोद चंद्र झा, सुरेंद्र प्रसाद, चंद्रमणि प्रसाद सिंह, अरुण कुमार सिंह, ओमप्रकाश सिन्हा और राहुल राज
चार्जशीट की खास बातें
– आरोप पत्र संख्या 348/16
– 409, 420, 465, 467, 468, 471, 120,188, 201, 212 भादवि के तहत केस
– धारा 8/9/13(3)(c)(d)(e)सेक्शन 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988
– कुल 32 अारोपितों के खिलाफ चार्जशीट
– इनमें 20 लोक सेवक हैं
– 04 छात्र है, जो टॉपर बनाये गये थे.
– 08 अन्य आराेपित हैं.
– इसमें कुल 51 गवाह बनाये गये हैं, जिसमें एसआइटी शामिल है.
– चार्जशीट के साथ साक्ष्य के रूप में 25 कुल जब्ती सूची है.
– 4,124 हजार पेजों की संख्या
– लोहे की दो पेटी में घोटाले का साक्ष्य रखा गया है.