बिहार में बाढ़ से 6 अन्य की मौत, 40 लाख आबादी प्रभावित
पटना : बिहार में हाल में आयी बाढ़ से पिछले 24 घंटे के दौरान 6 अन्य लोगों की मौत होने के साथ प्रदेश की 40 लाख आबादी अभी भी इससे प्रभावित है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में हाल में आयी बाढ़ से 6 अन्य […]
पटना : बिहार में हाल में आयी बाढ़ से पिछले 24 घंटे के दौरान 6 अन्य लोगों की मौत होने के साथ प्रदेश की 40 लाख आबादी अभी भी इससे प्रभावित है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में हाल में आयी बाढ़ से 6 अन्य लोगों की मौत होने के साथ प्रदेश की 40 लाख आबादी अभी भी इससे प्रभावित है. पिछले 24 घंटे के दौरान भागलपुर और खगड़िया में तीन-तीन अन्य व्यक्ति की मौत हो गयी है. बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान किसी के मरने की सूचना नहीं है, पर प्रदेश की 40 लाख आबादी अभी भी बाढ़ से प्रभावित है.
बाढ़ से हाल में 104 लोगों की मौत
बिहार में गंगा सहित अन्य नदियों में हाल में आयी बाढ़ से कुल 104 लोगों की मौत हो गयी है, जिनमें भोजपुर जिला में 21, समस्तीपुर में 14, बेगूसराय और वैशाली में 12-12, पटना और सारण में 11-11, खगड़िया में 10, लखीसराय में 6, भागलपुर में 5 तथा बक्सर एवं मुंगेर जिला में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. बिहार में हाल में आयी बाढ़ से प्रभावित हुए और मरने वाले मवेशियों की कुल संख्या क्रमश: 3.90 लाख और 85 है. उल्लेखनीय है कि इस मौसम में बिहार में दो चरणों में आयी बाढ़ से प्रदेश के कुल 24 जिला प्रभावित हुए हैं और अब तक कुल 205 लोगों की जान जा चुकी है.
नदी किनारे स्थित जिलों में बाढ़
बिहार में इन दिनों गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों यथा बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र :नदी किनारे वाले इलाके: बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं. इन 12 जिलों की 40 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है जिनमें से 7 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और इनमें से 1.98 लाख लोग सरकार द्वारा चलाए जा रहे 652 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
राहत बचाव कार्य जारी
बाढ़ राहत शिविरों में लाये गये लोगों के लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने के लिए कुल 2973 नावें परिचालित की जा रही हैं तथा एन0डी0आर0एफ और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं. बिहार में हाल में आयी बाढ़ से 40 लाख आबादी के प्रभावित होने के साथ इस प्रदेश से गुजरने वाली गंगा नदी अब मात्र एक स्थान कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं.
विभिन्न नदियों का जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गंगा नदी का जलस्तर आज सुबह 6 बजे बक्सर, हाथीदह और मुंगेर में क्रमश: 57.78 मीटर, 41.06 मीटर और 37.73 मीटर रहा जबकि इसका जलस्तर आज दोपहर 12 बजे दीघाघाट, गांधीघाट, भागलपुर, और कहलगांव में क्रमश: 48.72 मीटर, 47.82 मीटर, 32.63 मीटर और 31.18 मीटर रहा. आज प्रात: 6 बजे गंगा नदी का जलस्तर कहलगांव में खतरे के निशान से 16 सेमी उपर था जबकि गांधीघाट एवं हाथीदह में खतरे के निशान से क्रमश: 79 सेमी एवं 71 सेमी नीचे था. गंडक नदी का जलस्तर आज प्रात: 8 बजे खड्डा में खतरे के निशान से 80 सेमी नीचे था जबकि बुढी गंडक नदी का जलस्तर आज प्रात: 6 बजे खगडिया में खतरे के निशान से 57 सेमी नीचे था.
खतरे के निशान से नीचे जलस्तर
बागमति नदी का जलस्तर आज प्रात: 6 बजे बेनीबाद में खतरे के निशान से 50 सेमी नीचे था जबकि कमला बलान नदी का जलस्तर आज प्रात: 8 बजे झंझारपुर में खतरे के निशान से 183 सेमी ऊपर था. कोसी नदी का जलस्तर आज प्रात: 6 बजे बलतारा एवं कुरसेला में खतरे के निशान से क्रमश: 81 सेमी एवं 7 सेमी ऊपर था, जबकि बसुआ में खतरे के निशान से 91 सेमी नीचे था. महानंदा नदी का जलस्तर आज प्रात: 6 बजे ढेंगराघाट एवं झावा में खतरे के निशान से क्रमश: 31 सेमी एवं 40 सेमी नीचे था. मौसम विज्ञान के मुताबिक कल सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण वर्षा होने की संभावना है.