पटना सिटी: विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती की पूजा के नाम पर जबरन चंदा वसूलने व बगैर लाइसेंस लिए प्रतिमा स्थापित करनेवालों पर कार्रवाई होगी. एसडीओ त्याग राजन एसएम ने थानाध्यक्षों को इस आशय का निर्देश दिया है कि वह हर हाल में यह सुनिश्चित करें कि सरस्वती पूजा के नाम पर जबरन चंदा वसूली का काम पूजा आयोजकों द्वारा तो नहीं किया जा रहा है.
इतना ही नहीं प्रतिमाओं के लिए लाइसेंस लेना होगा, जिसमें विसजर्न की तिथि व विसजर्न जुलूस का मार्ग तय होगा. बगैर लाइसेंस के जुलूस निकालनेवाले व हंगामा करनेवालों के खिलाफ अनुमंडल प्रशासन प्राथमिकी दर्ज करेगा. इस संबंध में थानाध्यक्षों को प्रतिमा स्थापित होने से लेकर विसजर्न जुलूस तक के बीच दस बिंदुओं के पालन का निर्देश दिया गया है. बताते चलें कि प्रशासन को यह शिकायत मिली थी कि कुछ युवक सरस्वती पूजा के नाम पर जबरन चंदा वसूल रहे हैं. इसी के बाद एसडीओ ने अपने निर्देश में स्पष्ट कहा है कि जबरन चंदा वसूलनेवालों के साथ सख्ती से पेश आएं. साथ ही लाइसेंस को भी अनिवार्य किया गया है.
आयोजकों ने शुरू की तैयारी
सरस्वती पूजा में महज तीन दिन शेष रह गये हैं. मंगलवार को वसंत पंचमी के दिन सरस्वती प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. शैक्षणिक संस्थानों व मुहल्लों में स्थापित होनेवाली सरस्वती प्रतिमाओं की स्थापना की तैयारी शुरू हो गयी है. पूजा आयोजकों की ओर से पंडाल बनाने का काम परवान चढ़ा हुआ है.
क्या है आदेश
विसजर्न जुलूस में कोई भी व्यक्ति नशे के हालात में नहीं रहेगा
घातक हथियार लेकर नहीं चलेगा
धार्मिक स्थलों के पास विसजर्न जुलूस रोकने पर मनाही
रास्ते में विसजर्न को पांच मिनट से अधिक रोकने पर मनाही
उत्तेजक नारे लगाने पर रोक
विसजर्न जुलूस निर्धारित मार्ग व समय पर ले जाने का आदेश
विसजर्न जुलूस में किसी तरह की घटना पर लाइसेंसधारी जिम्मेदार होंगे
विसजर्न जुलूस में हाथी घोड़ा, ऊंट नहीं होंगे शामिल