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इकोलॉजी व पर्यावरण की कीमत पर विकास उचित नहीं : उपराष्ट्रपति
राजगीर से कौशिक रंजन उपराष्ट्रपति मो हामिद अंसारी गुरुवार को राजगीर में नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों से मुखातिब हुए. इस दौरान उपराष्ट्रपति ने दिल खोल कर बातें कीं और छात्रों के सवालों का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने लोगों के अपनी जड़ों से दूर होते जाने पर चिंता जतायी, तो पर्यावरण की कीमत पर […]
राजगीर से कौशिक रंजन
उपराष्ट्रपति मो हामिद अंसारी गुरुवार को राजगीर में नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों से मुखातिब हुए. इस दौरान उपराष्ट्रपति ने दिल खोल कर बातें कीं और छात्रों के सवालों का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने लोगों के अपनी जड़ों से दूर होते जाने पर चिंता जतायी, तो पर्यावरण की कीमत पर विकास को खारिज किया. ग्लोबल विलेज की अवधारणा के लिए सामुदायिक समझ और समरसता को आवश्यक बताया, तो आशावादी होने नसीहत भी दी.
विश्वप्रसिद्ध पयर्टक स्थल राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कंवेन्शन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने बेहद ही सारगर्भित और संक्षिप्त संबोधन किया. छात्रों से मौजूदा सामाजिक परिवेश पर गहन विचार करने का परामर्श देते हुए उन्होंने कहा, मौजूदा बेतरतीब दुनिया में हमें विचार करने की जरूरत है कि हम जा कहां रहे हैं, जहां इतिहास, सभ्यता और संस्कृति से हमारा कोई खास सरोकार नहीं रह गया है. एेसे में आनेवाले कल के लिए एक विजन बनाने की जरूरत है.
संबोधन के बाद उन्होंने छात्रों से कहा कि अब मैं मंच आपके हवाले करता हूं. जिन्हें जो सवाल पूछना है, शुरू करें. इसके बाद शुरू हुआ सवाल-जवाब का सिलसिला, जो करीब 40 मिनट तक चला. इस दौरान उपराष्ट्रपति एक सधे हुए शिक्षक की भूमिका में नजर आये. स्कूल ऑफ इकोलॉजी एंड इन्वायरमेंट के एक छात्र के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, विकास की अवधारणा बेहद अच्छी है, लेकिन यह किसी भी कीमत में इकोलॉजी और पर्यावरण का विनाश या इसे नुकसान पहुंचा कर नहीं होनी चाहिए. अपनी इकोलॉजी को बरबाद करके किसी तरह की सफलता नहीं पायी जा सकती है. एक बार हमने अपनी इकोलॉजी और पर्यावरण को बरबाद कर दिया, तो इसे दोबारा नहीं पाया जा सकता है. अगर आप इसे तोड़ते हैं, तो यह किसी -न -किसी रूप में हमेशा चेतावनी देता रहता है.
बिहार से जुड़ी एक छात्रा के सवाल पर उन्होंने कहा कि औद्योगिकीकरण का मतलब बड़ी संरचनाएं खड़ी करना मात्र नहीं है, बल्कि सबसे ज्यादा ध्यान उत्पाद और उत्पादन पर होना चाहिए. बिहार को भी एेसा ही करना चाहिए. इंजीनियर तैयार करने के बजाय तकनीशियन और इलेक्ट्रिशियन तैयार करना चाहिए. निपुणता और योग्यता के आंतरिक पलायन को रोकने पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
अंत में उन्होंने कहा कि अगर हम आशावादी नहीं होंगे, तो हम मर जायेंगे. हमेशा अच्छा सोचना और करना चाहिए. इसके साथ ही सवाल-जवाब का सिलसिला खत्म हो गया. इसके बाद वह विश्व विरासत में हाल ही शामिल हुए प्राचीन नालंदा विवि के खंडहर को देखने निकल पड़े.
उपराष्ट्रपति के सम्मान में सीएम ने दिया रात्रि भोज
पटना : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के सम्मान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रात्रि भोज दिया. 1, अणे मार्ग में आयोजित भोज में उपराष्ट्रपति ने लजीज व्यंजनों का स्वाद लिया. रात्रि भोज के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अगवानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की.
रात्रि भोज में राज्यपाल रामनाथ कोविंद, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, शिक्षा डाॅ अशोक चौधरी, गृह सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी पीके ठाकुर, कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा समेत गिने-चुने लोग ही शामिल हुए. इससे पहले उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी गुरुवार की दोपहर दो दिवसीय बिहार दौरे पर पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी सेे कुशलक्षेम पूछा. इसके बाद उपराष्ट्रपति पटना एयरपोर्ट से ही वायु सेना के हेलिकॉप्टर से राजगीर के लिए रवाना हुए.
आज बिहार चैंबर के कार्यक्रम में होंगे शामिल
पटना. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के 90वां स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन उपराष्ट्रपति डाॅ हामिद अंसारी करेंगे. कार्यक्रम में राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद रहेंगे. इससे पहले उपराष्ट्रपति संत माइकल स्कूल जायेंगे. समय पर ऑफिस पहुंचना है, तो दो घंटे पहले निकलें
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