पटना : बिहार के पटना में पीएमसीएच के अधिकांश वार्डों में जहां लिफ्ट बंद हैं. वहीं, जो लिफ्ट चल रही हैं, वह भी जाम है. लिफ्ट से निकलने और आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसका खुलासा तब हुआ, जब रविवार को स्वास्थ्य मंत्री पीएमसीएच पहुंचे. पीएमसीएच के इमरजेंसी में मरीज को देखने के बाद वे जब लिफ्ट के सहारे नीचे आ रहे थे, उस दौरान लिफ्ट जाम हो गयी और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी.
आनन-फानन में सिक्युरिटी गार्डों को बुलाया गया. डॉक्टर और सिक्युरिटी ने जब धक्का दिया, तो लिफ्ट खुला. करीब पांच मिनट कड़ी मशक्कत के बाद लिफ्ट को खोला गया.
नवजात को स्तनपान कराने में भी होती मुश्किल
पटना : पीएमसीएच में प्रसूताओं को इन दिनों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वजह, स्त्री एवं प्रसूति वार्ड व बच्चा वार्ड में लिफ्ट नहीं है. पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति वार्ड में अगर किसी गर्भवती की सर्जरी से डिलेवरी होती है, तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि, डिलेवरी के बाद बच्चे को शिशु वार्ड में रखा जाता है. ऐसे में महिला को स्तनपान कराने के लिए या तो शिशु वार्ड में जाना पड़ता है या फिर कोई परिजन बच्चे को गायनी वार्ड में मां के पास लाते हैं. डेढ़ दर्जन सीढ़ियां चढ़ने के बाद मां अपने जिगर के टुकड़े के पास पहुंचती हैं, तब बच्चे को स्तनपान नसीब हो पाता है.
कई सालों से खराब है लिफ्ट
पीएमसीएच के गायनी, बच्चा वार्ड, हथुआ आदि वार्डों में कई सालों से लिफ्ट खराब हैं. लेकिन, इसकी मरम्मत तक नहीं हो पा रही है. पिछले महीने कमिश्नर आनंद किशोर के निरीक्षण में टूटी लिफ्ट पर ध्यान गया था. डॉक्टरों ने सितंबर से इसे शुरू करने को कहा, लेकिन इसे शुरू करना तो दूर मरम्मत भी नहीं की जा रही है. पांच नयी लिफ्ट गायनी, बच्चा, राजेंद्र सर्जिकल और गर्ल्स व ब्वॉयज हॉस्टल में लगनी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पीएमसीएच में चार नयी लिफ्ट लगायी जायेगी. इसकी तैयारी अस्पताल की ओर से कर ली गयी है. उम्मीद है कि यहां बहुत जल्द मरीजों को लिफ्ट की सुविधा मिलनी शुरू हो जायेगी.
डॉ एसएन सिन्हा, प्रिंसिपल, पीएमसीएच