लगेंगे 350 कैमरे, बनेंगे आठ अस्थायी थाने

पटना : प्रकाशोत्सव में अभेद सुरक्षा की तैयारी है. लाखों की संख्या में करीब 10 दिनों तक शहर में मौजूद रहनेवाले सिख समुदाय के लोगों, जत्थेदारों और एनआरआइ को किसी प्रकार की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर खाका तैयार किया जा रहा है. इसमें सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ा हथियार सीसीटीवी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2016 6:03 AM
पटना : प्रकाशोत्सव में अभेद सुरक्षा की तैयारी है. लाखों की संख्या में करीब 10 दिनों तक शहर में मौजूद रहनेवाले सिख समुदाय के लोगों, जत्थेदारों और एनआरआइ को किसी प्रकार की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर खाका तैयार किया जा रहा है.
इसमें सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ा हथियार सीसीटीवी कैमरा होगा. इसके माध्यम से प्रकाशोत्सव को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर होगी. अब तक पुलिस 250 कैमरे लगवा चुकी है, 100 कैमरे और लगेंगे. कैमरे के अलावा आठ अस्थायी थाने, दर्जन भर वॉच टावर बनाये जायेंगे.
चौक थाना परिसर में बनेगा कंट्रोल रूम : जिला नियंत्रण कक्ष के अलावा चौक थाना परिसर में भी कंट्रोल रूम बनाया जायेगा. कंट्रोल रूम में आने वाली किसी भी प्रकार की सूचना को गश्ती दल तत्काल टेकअप करेगा. प्लानिंग है कि गांधी मैदान की टेंट सिटी को जिला नियंत्रण कक्ष से कवर कराया जाये और गुरुद्वारा के आसपास के मेला भीड़ को चौक थाने के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाये. एक अनुमान के तौर पर मेले के दौरान करीब डेढ़ लाख लोग हर वक्त मौजूद रहेंगे.
इसके अलावा अाना-जाना बना रहेगा. इस दौरान प्रकाशोत्सव के अंतिम तीन दिन और खास होंगे, जिसमें अपार भीड़ होने की संभावना है.
बनेंगे 20 अस्थायी चेक पोस्ट : सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक को लेकर भी है. जत्थेदार ट्रेन व सड़क दोनों मार्ग से आयेंगे. वे गांधी मैदान के टेंट सिटी से लेकर गुरुद्वारे तक आते-जाते रहेंगे. ऐसे में पटना सिटी के सघन आबादी वाले इलाके में ट्रैफिक को कंट्रोल करना पुलिस के लिए चैलेंज होगा. ट्रैफिक को ठीक रखने के लिए 20 ट्रैफिक चेक पोस्ट बनाने की तैयारी की गयी है.
बड़े कार्यक्रम में सुरक्षा के लिहाज से खास हथियार ड्रोन बन गया है, लेकिन प्रकाशोत्सव में पुलिस इससे परहेज कर सकती है. एक बड़े पुलिस अधिकारी का मानना है कि ड्रोन से शहर पर नजर रखना आसान तो है, पर इस खतरे भी हैं. इससे अभी पूरी तरह से फैसला नहीं हुआ है, पर ड्रोन को अभेद सुरक्षा में सही नहीं माना जा रहा है, यह साफ हो गया है.
मॉनीटरिंग की जा रही है
प्रकाशोत्सव बड़ा पर्व है. सुरक्षा और ट्रैफिक दो बड़ी चुनौतियां हैं, जिसे निबटने के लिए तैयारी की गयी है. सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमराें से हमें मदद मिलेगी, इसलिए इसकी संख्या बढ़ा दी गयी है. इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है.
नैय्यर हसनैन खान, आइजी, पटना

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