शीशे के घरवाले दूसरों पर नहीं फेंकते पत्थर : तेजस्वी
पटना. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि जिसका घर शीशे का होता है वह दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकते हैं. उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी के अंदर अपनी जमीन खिसकते देख मोदी जी को सदा के लिए हाशिये पर होने का दबाव झेल […]
पटना. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि जिसका घर शीशे का होता है वह दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकते हैं. उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी के अंदर अपनी जमीन खिसकते देख मोदी जी को सदा के लिए हाशिये पर होने का दबाव झेल रहे हैं.
उन्हें मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हो रहे खर्च में बर्बादी नजर आता है, पर भाजपा के ही नेताओं के अपने-अपने आवास में बदलाव उन्हें नज़र ही नहीं आती है. केंद्रीय मंत्रियों ने कार्यालय और दफ्तर की सजावट पर तीन करोड़ रुपये खर्च कर दिये. यह उन्हें नजर नहीं आती है. कोई केंद्रीय मंत्री 1.61 करोड़ रुपये सिर्फ अपने कार्यालय के सौंदर्यीकरण पर खर्च कर रहा है तो कोई आवास पर 70 लाख रुपये सिर्फ फर्श और छत को सुंदर बनाने पर खर्च कर रहा है.
आश्चर्य होगा कि मोदी जी ने अपने उपमुख्यमंत्री काल में अपने आवास पर 1.90 लाख रुपये आवास के सौंदर्यीकरण पर खर्च किया था. मुद्रास्फीति और आज के बाजार दर से आंका जाये तो यह राशि ढाई करोड़ के समान है.
फेसबुक पर जारी पत्र में उन्होंने कहा है कि खुद तो इन्होंने सरकारी पैसे को पानी की तरह अपने आवास पर खर्च किया. पर वर्तमान मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में जनता से रूबरू होने, आगंतुकों की सुविधा और विभागीय जरूरतों के लिए जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं तो ये हाय तौबा मचाने लगे हैं. इतना ही नहीं बीजेपी के दूसरे नेता नंदकिशोर के आवास पर भी विगत वर्षों में 90 लाख रुपये खर्च किये गये.
आज की बाजार दर के हिसाब से 1.18 करोड़ बनते हैं. भाजपा के अन्य नेता और प्रतिपक्ष नेता प्रेम कुमार के मंत्रित्वकाल में उनके आवास पर 96 लाख रु खर्च किये गये. आज की बाजार दर के हिसाब से 1.25 करोड़ लाख है. यही नहीं सुशील मोदी जी ने अपने कार्यकाल में भाजपा के 8,बीरचंद पटेल पथ स्थित पार्टी कार्यालय पर 1. 8 करोड़ रूपए खर्च करवाये. जीतन राम मांझी के आवास पर तीन करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं.