डेंगू का डंक : 15 दिन, 200 मरीज, लेकिन एक वार्ड तक नहीं

पटना : डेंगू के डंक से जूझ रहे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में आनेवाले मरीजों की संख्या 200 के आंकड़े को छूने वाली है. 15 दिनों से डेंगू के मरीज पीएमसीएच पहुंच रहे हैं, लेकिन अब तक वहां एक अदद डेंगू का वार्ड भी नहीं बनाया गया है. जो भी रोगी इमरजेंसी में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2016 7:21 AM
पटना : डेंगू के डंक से जूझ रहे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में आनेवाले मरीजों की संख्या 200 के आंकड़े को छूने वाली है. 15 दिनों से डेंगू के मरीज पीएमसीएच पहुंच रहे हैं, लेकिन अब तक वहां एक अदद डेंगू का वार्ड भी नहीं बनाया गया है. जो भी रोगी इमरजेंसी में आने के बाद इंडोर में भरती किये जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर को कालाजार वार्ड के साथ मेडिसिन वार्ड में रखा जा रहा है.
यहां सुविधाओं का भी अभाव है और सबसे ज्यादा डर इंफेक्शन का है, जो अन्य रोगियों को बना रहता है. वार्ड नहीं होने के कारण मरीज निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं.
जब प्रभात खबर ने इसकी पड़ताल की, तो जानकारी मिली कि वार्ड तो
बना हुआ है, लेकिन एमसीआइ के निरीक्षण के कारण उसे रोक कर रखा गया था. 12 बेड का वार्ड अब
तक शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है.
परेशान हो रहे हैं राज्य भर के मरीज : इसके कारण राज्य भर के डेंगू के मरीज व उनके परिजन काफी परेशान हो रहे हैं. वे जब इमरजेंसी में जाते हैं, तो उन्हें जानकारी मिलती है कि डेंगू के मरीजों को प्रसूति रोग विभाग के दूसरे तल्ले पर स्थित कालाजार वार्ड में रखा जा रहा है.
वहां पर ही सारी जानकारी उपलब्ध है, लेकिन मरीज का परिवार जब कालाजार वार्ड तक जाता है तो उसे इमरजेंसी का रुख करना पड़ता है और वहां इंट्री कराने के बाद कालाजार वार्ड में रखा जा रहा है. सोमवार को भी नवादा से आये एक मरीज गोविंद राम के परिवार को अस्पताल में बताया गया कि कालाजार वार्ड में ही डेंगू मरीजों को रखा जा रहा है. इस कारण वह कालाजार वार्ड में पहुंच गया तो वहां उसे जानकारी मिली कि इमरजेंसी में इंट्री कराने के बाद उसका इलाज शुरू होगा. इसके बाद जब मरीजों को पता चलता है कि यहां वार्ड नहीं है तो वे प्राइवेट हाॅस्पिटलों का रुख कर लेते हैं.
सोमवार को नौ मरीज डेंगू और दो चिकनगुनिया के मिले : माइक्रोबाइलॉजी विभाग की रिपोर्ट के
अनुसार सोमवार को ही नौ मरीज
डेंगू और दो मरीज चिकनगुनिया
के मिले हैं. कुल 26 मरीजों के डेंगू की जांच हुई थी, जिसमें सात को डेंगू
वन और दो में डेंगू एनएस वन
पॉजिटिव पाया गया. इसमें सबसे ज्यादा चार मरीज पटना के ही हैं. वहींनालंदा के दो, मुजफ्फरपुर-गया और बेगूसराय के एक-एक मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये. इसके साथ ही चिकनगुनिया के लक्षण के बाद जब पांच मरीजों की जांच करायी गयी तो एक पटना और एक भोजपुर का रोगी चिकनगुनिया वन पॉजिटिव पाया गया. इनमें से कोई भी पीएमसीएच में नहीं भरती हुआ है.

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