परेशानी: 20-25 फीसदी तक एमवीआर में हो सकती है वृद्धि, अगले साल बढ़ेगी सर्किल रेट

पटना : जमीन और फ्लैट की नयी सर्किल रेट एक अप्रैल से लागू हो सकती है. इसके लिए राजधानी के शहरी अौर ग्रामीण इलाकों के बाजार मूल्य की जानकारी ली जा रही है. विभागीय सूत्रों के अनुसार 20 से 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है. राजधानी समेत जिले के शहरी इलाकों के रियल इस्टेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2016 8:13 AM
पटना : जमीन और फ्लैट की नयी सर्किल रेट एक अप्रैल से लागू हो सकती है. इसके लिए राजधानी के शहरी अौर ग्रामीण इलाकों के बाजार मूल्य की जानकारी ली जा रही है. विभागीय सूत्रों के अनुसार 20 से 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है. राजधानी समेत जिले के शहरी इलाकों के रियल इस्टेट में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार मिनिमम वेल्यूशन रेट (एमवीआर) में संशोधन करने की नीति बना रही है. इसके तहत वास्तविक बाजार मूल्य और एमवीआर में अंतर को देखते हुए स्थलों का निरीक्षण भी किया जायेगा.
प्रदेश भर में होगा रेट रिवाइज : पूरे बिहार में सर्किल रेट रिवाइज किये जायेंगे. जमीनों का वर्गीकरण शहरी और ग्रामीण इलााकों के रूप में किया गया है. ऐसे में अब सरकार उन जमीनों का रेट रिवाइज करेगी. इससे बिहार भर की जमीन अब एक ही श्रेणियों में जाने जायेंगे. इसके तहत ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के एमवीआर में संशोधन होगा. शहरी इलाकों में प्रति वर्ष, जबकि ग्रामीण इलाकों में रेट दो साल में रिवाइज किये जाते हैं.
बनायी जायेगी पांच से आठ सदस्यीय टीम
सभी निबंधन कार्यालयों के कर्मियों व अंचलाधिकारियों की टीम द्वारा जमीनों का मूल्य निर्धारण की रिपोर्ट तैयार की जानी है. पटना सदर में पांच से आठ सदस्यीय टीम बनायी जानी है. कुल आठ भाग में बांट कर अलग -अलग इलाके का मूल्य निर्धारण किया जायेगा. इसके लिए जल्द ही जिला मूल्यांकन समिति की बैठक भी बुलायी जायेगी. राजधानी के पॉश और उससे जुड़े इलाके बैरिया, सोना, गोपालपुर, चिपुरा उदैना समेत अन्य इलाकों में तीन गुणा अधिक कीमत का निर्धारण किया जाना है. वहीं, शहरों के आसपास विकसित हो रही आवासीय कॉलोनियों व अर्द्ध शहरी इलाकों में राष्ट्रीय राजमार्ग ,मुख्य सड़कों के आसपास औद्यौगिक इलाके, जहां की जमीन की बिक्री लगातार बढ़ रही है उनका मूल्य निर्धारण किया जायेगा.

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