राजगीर का होगा पुरातात्विक सर्वेक्षण

पटना : राजगीर का पुरातात्विक सर्वेक्षण होगा. नालंदा विश्वविद्यालय और बिहार विरासत विकास समिति के बीच सर्वेक्षण के लिए एमओयू साईन हो गया है. यह जानकारी बुधवार को कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम ने दी. कला संस्कृति विभाग में आज बिहार विरासत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी चैतन्य प्रसाद और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ गोपाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2016 6:56 AM
पटना : राजगीर का पुरातात्विक सर्वेक्षण होगा. नालंदा विश्वविद्यालय और बिहार विरासत विकास समिति के बीच सर्वेक्षण के लिए एमओयू साईन हो गया है. यह जानकारी बुधवार को कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम ने दी.
कला संस्कृति विभाग में आज बिहार विरासत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी चैतन्य प्रसाद और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ गोपाल सभरवाल ने एमओयू साइन किया. इस मोके पर कला संंस्कृति मंत्री ने बताया कि सर्वेक्षण का उदे्श्य राजगीर के पुरातत्व तीन वर्षों तक पुरातात्विक सर्वेक्षण का कामत्विक और ऐतिहासिक परिदृश्य को समझने के साथ-साथ इसके महत्व को देश-दुनिया के सामने लाना है. इस प्रोजेक्ट के तहत राजगीर के शहरीकरण, धार्मिक और राजनीतिक विकास को भी रेखांकित किया जायेगा.

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